खबरwala 24 न्यूज हापुड़: जिले के हर गांव में अब अमृत सरोवर (Sarovar) का निर्माण होगा। केंद्र सरकार के आदेश के बाद विकास विभाग ने तालाबों का चयन शुरू कर दिया है। अब तक जिले में तालाब निर्माण के लिए 81 गांवों में एक-एक स्थल का चयन हो चुका है। जिनमें से 73 तालाबों पर काम शुरू कराया गया, जिनमें से 55 तालाबों को अमृत सरोवर के रूप में विकसित किया जा चुका है।
जिले में मनरेगा के तहत पहले 75 तालाबों को अमृत सरोवर (Sarovar) योजना में कायाकल्प योजना के लिए चुना गया था। जिसके बाद अब यह संख्या बढ़ा दी गई है। नई व्यवस्था के तहत प्रत्येक गांव में एक-एक तालाब का निर्माण किया जाएगा। जिन गांवों में तालाब नहीं हैं, उनमें मनरेगा के तहत नए तालाब का निर्माण कराया जाएगा। इससे भूगर्भ जल में उछाल के साथ पशु-पक्षियों के लिए पेयजल संकट भी दूर होगा और श्रमिकों को गांव में ही रोजगार सुलभ होगा।
मनरेगा से होगा कार्य
जिले के चार ब्लाकों में 273 ग्राम पंचायत है। इसलिए इतने ही अमृत सरोवर का निर्माण कराया जाना है। महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत तालाबों का चयन कर कार्य शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। ये तालाब पांच साल से अधिक पुराने होंगे या फिर नए स्थल पर निर्मित होंगे।
सुंदर घाट का होगा निर्माण
तीन मीटर से अधिक गहराई के इन तालाबों के किनारे पिलर लगाकर तार की फेंसिंग की जाएगी। सीढ़ी एवं रैंप का निर्माण होगा। प्राकृतिक रूप से पानी के आने व निकास के लिए इनलेट एवं आउटलेट का प्रबंध होगा।
महत्वपूर्ण व्यक्ति के नाम पर होगा नामकरण
अमृत सरोवर का नामकरण ग्राम सभा के महत्वपूर्ण व्यक्ति के नाम पर होगा। इसमें स्वतंत्रता सेनानी, सैन्य बलिदानी अथवा महत्वपूर्ण पद पर आसीन रहे व्यक्ति के नाम तालाब का नामकरण होगा। 100 लोगों के बैठने के लिए 100 वर्ग मीटर का चबूतरा बनाया जाएगा, जिस पर चौपाल सजेगी।
क्या कहते हैं अधिकारी
शासन के निर्देश पर जिले में 81 तालाबों को अमृत सरोवर के रूप में विकसित करने के लिए चुना गया था। जिनमें से 73 तालाबों पर काम शुरू कराया जा चुका है। इनमें से 55 तालाबों को अमृत सरोवर के रूप में विकसित किया जा चुका है। जिन गांवों में तालाब नहीं हैं, उनमें मनरेगा के तहत नए तालाब बनाए जाएंगे। देवेंद्र प्रताप, जिला विकास अधिकारी/उपायुक्त मनरेगा