Khabarwala 24 News Hapur: GST जनपद में पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष व्यापार खूब फल फूल रहा है और जीएसटी को लेकर भी व्यापारियों का भ्रम भी टूट रहा है। इस बार 1859 व्यापारियों ने राज्य कर विभाग में पंजीकरण कराया है। इसके साथ ही विभाग ने अभी तक पिछले वर्ष के मुकाबले 42 फीसदी अधिक कर वसूल कर सरकार के खजाने में 174.76 करोड़ रुपये जमा कराए हैं।
सरकारी खजाना भरने में किया सहयोग (GST )
राज्य वस्तु एवं सेवा कर विभाग द्वारा समय समय पर व्यापारियों और उद्यमियों के साथ गोष्ठी कर जीएसटी के प्रति जागरुक किया गया। जिसके परिणामस्वरुप व्यापारियों और उद्यमियों ने भी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए वित्तीय वर्ष 2023-23 में दिसंबर माह तक 1859 नए पंजीकरण कराए गए और अपना व्यापार बढ़ाने के साथ ही जीएसटी जमा कर सरकार का खजाना भरने में भी सहयोग किया।
मंडल में प्रथम और प्रदेश में प्रथम स्थान (GST )
वर्तमान में राज्य कर विभाग में 15850 जीएसटी फर्म पंजीकृत हैं, जिनसे विभाग ने इस वर्ष 174.76 करोड़ रुपये का टैक्स प्राप्त किया जो वित्तीय वर्ष 2022-23 की तुलना में 51.95 करोड़ रुपये अधिक है। दिसंबर माह में विभाग को 23.36 करोड़ रुपये का कर जमा कराने का लक्ष्य मिला था, लेकिन इस माह विभाग में 25.96 करोड़ रुपये का कर जमा कराया गया। जबकि पिछले वर्ष दिसंबर में सिर्फ 12.80 करोड़ रुपये का कर प्राप्त हुआ था। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष दिसंबर माह के राजस्व में करीब 99 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। दिसंबर माह में लक्ष्य से अधिक कर जमा कराकर विभाग ने मंडल ने प्रथम और प्रदेश में पांचवा स्थान प्राप्त किया है।
क्या कहते हैं अधिकारी (GST )
राज्य वस्तु एवं सेवा कर विभाग के जिला प्रभारी/उपायुक्त लालचंद्र का कहना है कि पिछले वर्ष के मुकाबले जिले में खरीद फरोत में इजाफा हुआ और जागरुक उद्यमियों और व्यापारियों ने जीएसटी चुकाकर सरकार का खजाना भरने में सहयोग किया है।