Khabarwala 24 News New Delhi : Gulkhaira Farming आज कल बहुत से लोग पारंपरिक खेती छोड़कर नकदी फसल की ओर रूख कर चुके हैं। ऐसी फसलों में किसानों की आमदनी कई गुना बढ़ जाती है। आज हम एक ऐसे औषधीय गुणों वाले पौधे की बात कर रहे हैं। जिसके जड़, तना, पत्तियां बीज सबकुछ बाजार में बिक जाता है। हम बात कर रहे हैं गुलखैरा की खेती के बारे में। इसकी फसल से किसान मालामाल हो रहे हैं।
Gulkhaira Farming गुलखैरा के पौधे की खास बात ये है कि आप इसे किसी भी फसल के बीच लगाकर मुनाफा कमा सकते हैं। गुलखैरा का इस्तेमाल सबसे ज्यादा दवाइयों में किया जाता है। लिहाजा गुलखैरा के फूल की खेती से किसान आसानी से बंपर कमाई कर सकते हैं।
गुलखैरा से होगी कमाई (Gulkhaira Farming)
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुलखैरा 10,000 रुपये क्विंटल तक बिक जाता है। एक बीघे में 5 क्विंटल तक गुलखैरा निकलता है। लिहाजा एक बीघे में 50,000-60,000 रुपये की आसानी से कमाई कर सकते हैं। गुलखैरा के फसल की खासियत यह है कि एक बार बुवाई करने के बाद दूसरी बार बाजार से बीज नहीं खरीदना पड़ता है। इन्हीं फसलों के बीज से दोबारा बुवाई की जा सकती है। गुलखैरा की बुवाई नवंबर महीने में की जाती है। फसल अप्रैल-मई महीने में तैयार हो जाती है। फसल तैयार होने के बाद अप्रैल-मई के महीने में पौधों की पत्तियां और तना सूखकर खेत में ही गिर जाते हैं। जिसे बाद में इकट्ठा कर लिया जाता है।
गुलखैरा का इस्तेमाल (Gulkhaira Farming)
गुलखैरा के फूल, पत्तियों और तने का इस्तेमाल यूनानी दवाओं को भी बनाने में किया जाता है। मर्दाना ताकत की दवाओं में भी इस फूल को इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा बुखार, खांसी और अन्य कई रोगों के खिलाफ इस फूल से बनाई गई औषधियां काफी फायदेमंद साबित होती हैं। पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देशों में इस पौधे की खेती सबसे ज्यादा होती है। धीरे-धीरे भारत में भी इस पौधे की खेती लोग तेजी से कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश कई जिलों के किसान इसकी खेती कर रे हैं। कन्नौज, हरदोई, उन्नाव जैसे जिलों के किसान इसकी पैदावार कर रहे हैं और हर साल मोटी कमाई कर रहे हैं।