Khabarwala 24 News Aligarh: उत्तर प्रदेश का जनपद अलीगढ़ तालों के साथ साथ हथकड़ी के लिए भी भारत के सभी राज्यों के अलावा दुनिया के 35 देशों में मशहूर है। यहां अलीगढ़ की बनी हथकड़ी अपराधियों को लगाई जाती है। अंग्रेजों के समय से लगाई जा रही इन हथकड़ियों की नाप उनके देश छोड़ने के 75 साल से ज्यादा समय बीतने के बाद भी वही है। दो, सवा दो, ढाई और पौने तीन इंच की हथकड़ी अलीगढ़ में बनती है और देश के सभी राज्यों के अलावा दुनिया के 35 देशों में भेजी जाती है।
हल्के वजन की 2010 से हथकड़ी का उत्पादन
पुलिस विभाग की तरफ से हल्की हथकड़ियों की मांग पर वर्ष 2010 में ब्रिटेन की हिंजेस मोड हैंडकफ हथकड़ी के आधार पर अलीगढ़ में उत्पादन प्रांरभ हुआ। इस हथकड़ी का अब सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है। डबल लॉक की यह हथकड़ी कार्बन स्टील से तैयार होती है। चीन, ताईवान, इंग्लैंड में भी हथकड़ियां बनती हैं।
चार नाप की अलीगढ़ में बनती हैं हथकड़ियां
अलीगढ़ में फिक्स्ड हैंड कफ (वजन 450 से 500 ग्राम) अंग्रेजों के जमाने से बन रही है। जिसके 4 साइज हैं। 2 इंच, सवा 2 इंच, ढाई इंच व पौने तीन इंच। एडजस्टेबल हैंड कफ(40 साल पुराना) जिसका वजन 450 से 500 है। इसे घटाया बढ़ाया जा सकता है।
हथकड़ियों का इन देशों में इस्तेमाल
भारत के सभी राज्यों के अलावा अलीगढ़ में बनने वाली हथकड़ी नेपाल, श्रीलंका, नाइजीरिया, केन्या, यूएसए, मलेशिया सहित 35 देशों के अपराधियों के हाथों में लगती है। इन देशों में आरई मोड हैंडकफ जाते हैं। 350 ग्राम की हथकड़ी घट-बढ़ जाती है।