Khabarwala 24 News Hapur: Hapur (साहिल अंसारी) कोतवाली क्षेत्र में मोदीनगर रोड स्थित मेरठ नर्सिंग होम में डिलीवरी के दौरान बच्चे की मौत होने के मामले में चिकित्सक और स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। अपर मुख्यचिकित्साधिकारी डा.प्रवीन शर्मा की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस आरोपी चिकित्सक की तलाश कर रही है।
क्या है पूरा मामला (Hapur)
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.प्रवीन शर्मा ने कोतवाली में मुकदमा दर्ज करते हुए बताया कि 19 सितंबर को मीडिया के माध्यम से पता चला कि मोदीनगर रोड पर स्थित मेरठ नर्सिंग होम संचालित हो रहा है। 15 सितंबर की दोपहर लगभग 12 बजे किसी महिला द्वारा बुलंदशहर रोड स्थित महेश पुरी निवासी जूली को प्रसव कराने हेतु भर्ती कराया गया। जहां डा. जाहिद चौधरी ने विश्वास दिलाया कि शाम तक सामान्य प्रसव हो जाएगा।
परिजन की बिना सहमति के कर दिया आपरेशन (Hapur)
रिपोर्ट में बताया गया कि डा. जाहिद चौधरी द्वारा रात्रि लगभग ढाई बजे बिना मरीज के परिजनो की सहमति के आपरेशन कर दिया तथा लगभग 3 बजे बताया कि बच्चे की मृत्यु हो गई है।
मुकदमें में बताया गया कि यह अस्पताल स्वास्थ्य विभाग में पंजीकृत भी नहीं है। संचालक / चिकित्सक द्वारा विधि विरूद्ध चिकित्सा व्यवसाय करते हुये इण्डियन मेडिकल कान्सिल एक्ट 1956 एवं क्लीनिकल स्टैब्लिसमेन्ट एक्ट के अन्तर्गत अपराध किया गया है। अस्पताल संचालक व संबंधित चिकित्सक डा. जाहिद चौधरी, जोकि आपरेशन करने हेतु योग्य नहीं है ।
पुलिस ने आरोपी की तलाश की शुरू (Hapur)
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मुनीश प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपी चिकित्सक व स्टाफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा
यह था मामला (Hapur )
कोतवाली क्षेत्र में बुलंदशहर रोड स्थित महेशपुरी निवासी राजू सैनी की पत्नी जूली को प्रसव पीड़ा होने पर मोदीनगर रोड स्थित मेरठ नर्सिंग होम में सोमवार की दोपहर भर्ती कराया गया था। आरोप है कि क्लीनिक के अंदर ही खुले मेडिकल स्टोर से दवाएं देकर शाम तक सामान्य प्रसव का आश्वासन दिया।
बच्चे की धड़कन भी सामान्य बताई जाती रहीं। लेकिन अचानक शाम को स्टाफ ने बताया कि प्रसव के लिए ऑपरेशन करना पड़ेगा। चिकित्सक नहीं है, इसलिए मेरठ से बुलाने पड़ेंगे, इसके लिए 25 हजार रुपये भी ले लिए। आरोप है कि रात में वहां पहले से ही मौजूद चिकित्सक जाहिद ने ऑपरेशन कर दिया और बाहर आकर बताया कि बच्चा मृत पैदा हुआ है। जबकि समय समय पर धड़कन जांचने के दौरान बच्चा जीवित था।
परिजन ने किया था हंगामा
बच्चे की मृत्यु की जानकारी मिलने पर परिजन ने हंगामा शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। आरोपी चिकित्सक व स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई। इस मामले की जानकारी मिलने पर सीएमओ डॉ.सुनील त्यागी सोमवार को क्लीनिक पर पहुंचे थे ।
रिकॉर्ड खंगालने पर पता चला कि क्लीनिक का पंजीकरण ही नहीं है। मेडिकल स्टोर का भी कोई लाइसेंस नहीं मिला। सीएमओ डा.सुनील त्यागी ने बताया था कि क्लीनिक को सील करा दिया। प्रसूता महिला को सीएचसी रेफर किया गया है।