Khabarwala 24 News Hapur: Hapur हापुड़ बार एसोसिएशन के पदाधिकारी और सदस्यों ने गुरुवार को कासगंज में अधिवक्ता की हत्या पर शोक व्यक्त किया। प्रदेश के मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए ज्ञापन एसपी को सौंपा। ज्ञापन में वारदात को लेकर रोष व्यक्त करते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई, प्रदेश में अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट तुरंत लागू करने और मृतक अधिवक्ता को परिजन को एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिलाए जाने की मांग की। गुरुवार को अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत भी रहे।
न्यायिक कार्य से विरत रहे अधिवक्ता (Hapur)
हापुड बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रामनिवास सिंह की अध्यक्षता व सचिव विकास त्यागी एडवोकेट के संचालन में कचहरी प्रांगण में शोक सभा का आयोजन किया गया तथा न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया। इस मामले को लेकर अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसपी कुंवर ज्ञानेंजय सिंह को सौंपा।
घटना को लेकर किया रोष व्यक्त (Hapur)
ज्ञापन में बताया गया कि कासंगज की अधिवक्ता का कासगंज में कचहरी गेट से बदमाशों द्वारा अपहरण कर निर्मम हत्या कर दी गई। जिनकी लाश को नग्न अवस्था में गंगनहर में फेंक दिया गया। जो एक जघन्य अपराध है । लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा अभी तक भी हत्यारों को गिरफतार नही किया गया है। इस जघन्य हत्या काण्ड से प्रदेश के सभी अधिवक्ताओं में अत्याधिक रोष व्याप्त है। जिससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस प्रशासन की अधिवक्ताओ व उनके परिवार के प्रति कोई भी सुरक्षा नही हो रही है । इससे सरकार व पुलिस की छवि धूमिल हो रही है तथा अधिवक्ता न्यायिक कार्य करने व रास्ते में आने जाने में भी अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है।
हत्यारों को दी जाए फांसी की सजा (Hapur)
ज्ञापन में उन्होंने कहा कि हत्यारों की तुरन्त गिरफ्तारी एवं हत्यारो के विरूद्ध जल्द से जल्द आरोप पत्र दाखिल कराकर फास्ट ट्रैक कोर्ट में ट्रायल कर आरोपियों को फांसी की सजा दी जाए। मृतक महिला अधिवक्ता के परिजन को सरकार द्वारा एक करोड़ रुपये मुआवजा दिए जाएं।
प्रदेश में अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट तुरन्त लागू हो (Hapur)
अधविक्ताओं ने कहा कि प्रदेश में अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट तुरन्त लागू कराए जाने की मांग की गई। एसपी कुंवर ज्ञानेंजय सिंह ने आश्वासन दिया कि जल्द ही ज्ञापन उचित माध्यम से भेज दिया जाएगा।
यह रहे मौजूद (Hapur)
इस अवसर पर संजय कंसल, भोपाल सिसोदिया, अनिल आजाद, अजित चौधरी, नरेंद्र शर्मा, अंकुर शर्मा, एनुल हक, महेंद्र सिंह, अक्षय गुप्ता, मंसूर, संजय, राहुल, संजय मित्तल, वीरेंद्र सैनी, मोहित त्यागी, संदीप त्यागी, शाह आलम सहित अनेक अधिवक्ता मौजूद रहे।