Khabarwala 24 News Hapur: Hapur जनपद के बंदियों को गाजियाबाद जनपद के जिला कारागार डासना से नोएडा कारागार में स्थानान्तरित किए जाने का हापुड़ बार एसोसिएशन के सदस्यों और पदाधिकारियों ने विरोध किया है। इसको लेकर हापुड़ बार एसोसिएशन के पदाधिकारी और सदस्यों ने प्रदेश सरकार के कारागार मंत्री को संबोधित ज्ञापन विधायक विजयपाल आढ़ती को सौंपा।
क्या है पूरा मामला (Hapur)
हापुड़ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय कंसल और सचिव वीरेंद्र सैनी ने विधायक को बताया कि वर्ष 2022 में जनपद हापुड के बंदियों को जिला कारागार डासना (गाजियाबाद) से जिला कारागार नोएडा में स्थानांतरित करने के लिए शासनादेश जारी हुआ था । उस समय जिला कारागार डासनामें लगभग 5500 बंदी निरूद्ध थे तथा जनपद हापुड में कारागार का निर्माण भी उस समय अनिश्चत था। अधिवक्ताओं ने विधायक को बताया कि वर्तमान में जिला कारागार डासना (गाजियाबाद) में लगभग 4000 बन्दी निरूद्ध हैं। जनपद में जिला कारागार का निर्माण अकड़ौली में चल रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही कारागार का निर्माण पूरा हो जाएगा।
70 किलो मीटर दूर है नोएडा कारागार (Hapur)
अधिवक्ताओं ने विधायक को बताया कि जिला न्यायालय हापुड से जिला कारागार डासना, जिला गाजियाबाद की दूरी मात्र 25 किलोमीटर की दूरी पर है। जबकि नोएडा जिला कारागार की दूरी लगभग 70 किलोमीटर है । जिससे जनपद हापुड के बंन्दियों को नोएडा से हापुड न्यायालय में लाने और ले जाने में अधिक दूरी, जाम व असुरक्षा का सामना करना पडेगा। इसके साथ ही सरकारी धन का भी अपव्यय होगा।बंदियों के परिजनों एवं अधिवक्ताओं को भी मुलाकात करने में परेशानी होगी ।
शासनादेश लागू न किया जाए (Hapur)
अधिवक्ताओं ने कहा कि वर्ष 2022 के शासनादेश के बाद में आज की परिस्थिति वर्तमान में बदल चुकी है । इसलिए शासनादेश 2022 को इस समय प्रभाव में लाकर जनपद हापुड के बंदियों को नोएडा स्थानान्तरित किया जाना उचित एवं जनहित में नहीं है।। उन्होंने अनुरोध किया कि जनपद हापुड के बंदियों को जनपद हापुड में कारागार का निर्माण पूर्ण होने तक जिला कारागार डासना में ही निरूद्ध रखा जाए। इस अवसर पर राजकुमार शर्मा, संदीप त्यागी, आबिद नबी, मुकुल चौधरी, फैजल, संजीव गांधी आदि अधिवक्ता मौजूद थे।