khabarwala 24 News Hapur: Hapur(साहिल अंसारी) आर्य कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में “मिशन शक्ति फेस- 5” एवं “सुश्री सुभद्रा कुमारी चौहान कल्चरल क्लब” के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी विभाग की प्राध्यापिका एवं मिशन शक्ति फेस- 5 की सदस्या प्रोफेसर करुणा गुप्ता द्वारा”स्त्री सशक्तिकरण के विविध सोपान” विषय पर आधारित संगोष्ठी का आयोजन किया गया। वस्तुत: पाश्चात्य एवं भारतीय परिप्रेक्ष्य में स्त्री सशक्तिकरण के विभिन्न सोपनो से छात्राओं को परिचित कराना इस संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य था।
महिला सशक्तिकरण के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण (Hapur)
बीज वक्ता के रूप में अंग्रेजी विभाग की अध्यक्षा प्रोफेसर अरुणा शर्मा ने अपने वक्तव्य में यह स्पष्ट किया कि पाश्चात्य जगत से शुरू हुए स्त्री सशक्तिकरण के मुहिम में स्त्रियां खान-पान, पहनावे तथा मार्शल आर्ट सीखकर स्वयं को पुरुषों के बराबर अथवा सशक्त महसूस करने का प्रयास करती थीं, यद्यपि धीरे-धीरे यह स्पष्ट हो गया की शिक्षा एवं स्वावलंबन स्त्री सशक्तिकरण के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण हैं।
रूढ़ियों से मुक्त होना भी अत्यंत जरूरी (Hapur)
मुख्य वक्ता के रूप में अंग्रेजी विभाग की प्राध्यापिका प्रोफेसर आभा शुक्ला कौशिक ने अपने विचार व्यक्त करते हुए इस बात पर जोर दिया कि सशक्त होने के लिए समाज के साथ-साथ स्त्रियों को भी अपनी विचारधारा बदलनी होगी तथा रूढ़ियों से मुक्त होना भी अत्यंत जरूरी है। महाविद्यालय की कार्यवाहक प्राचार्या प्रोफेसर संगीता अग्रवाल ने भी इस बात को रेखांकित किया कि स्त्री खान-पान अथवा पहनावे से सशक्त नहीं होती अपितु उसे अपनी अस्मिता स्थापित करने का प्रयास करना चाहिए।
यह रहे मौजूद (Hapur)
कार्यक्रम में प्रोफेसर जया शर्मा, प्रोफेसर वसुधा श्री, प्रोफेसर अमिता शर्मा, प्रोफेसर अपर्णा त्रिपाठी, डॉक्टर रुचि त्यागी, डॉ. अलका सिंह, डॉ .मीनू वर्मा, डॉ. सर्वेश, डॉ. नीशू यादव, डॉ. प्रियंका सोनकर, सुश्री विनीता पारस आदि प्रवक्ताएं तथा छात्राएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की समाप्ति पर संयोजिका प्रोफेसर करुणा गुप्ता ने सभी का हृदय से आभार व्यक्त किया