Khabarwala 24 News Hapur: Hapur आशा/ आशासंगिनी कर्मचारी संगठन की पदाधिकारी और सदस्यों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। जिसमें हर घर जल से रूबरू कराकर जबरन दिए जाने की तैयारी की जा रही है। जबकि इस पर कोई प्रोत्साहन राशि नहीं है।
ज्ञापन में क्या बताया (Hapur)
संगठन की जिलाध्यक्ष विमल शर्मा ने ज्ञापन देते हुए बताया कि आशा/आशा संगिनी की नियुक्ति राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एन.एच.एम) के अन्तर्गत प्रोत्साहन राशि पर की गई है।आशा/आशा संगिनी सरकारी कर्मचारी, वेतन भोगी, संविदाकर्मी, अनुबंधित अथवा सरकारी दिहाड़ी मजदूर की भी श्रेणी में नहीं है। आशा/आशा संगिनी भारत सरकार व राज्य सरकार के द्वारा संचालित स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने हेतु, स्वास्थ्य विभाग की एक सामाजिक मान्यता प्राप्त स्वास्थ्य कार्यकत्री है। परन्तु स्वास्थ्य विभाग के कार्य के अतिरिक्त, क्षेत्र की लगभग सभी योजनाओं को जैसे-राजस्व विभाग का कार्य, शिक्षा विभाग, स्वच्छता जैसी कई अन्य योजनाओं को पूरा करने के लिए इन्हें थोप दिया जाता है। जबकि इन्हें इस तरह के प्रत्येक कार्यों और उसके प्रशिक्षण पर एक निश्चित प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।
हर जल योजना का न सौंपा जाए कार्य (Hapur)
ज्ञापन में बताया कि वर्तमान समय में आभा आई डी के कार्य की जिम्मेदारी भी इन्हें सौंप दी गई है, जिस पर कोई भी प्रोत्साहन राशि देय नहीं है। और जिसे अभी तक आशाएं सम्पन्न भी नहीं कर पाई हैं। अब इन्हें एक नई योजना हर घर जल से रूबरू कराकर जबरन थोपने की तैयारी की जा रही है। जबकि इस योजना का सम्बन्ध स्वास्थ्य विभाग से कदापि नहीं है। और न ही इस पर कोई प्रोत्साहन राशि देय है। उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया। इस कार्य को संबंधित विभाग के कर्मचारियों को सौंपकर आशाओं का होने वाले शोषण से मुक्ति दिलाई जाए।