Khabarwala 24 News Hapur: Hapur फर्द में नाम चढ़ाने के नाम पर दस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने शनिवार को चकबंदी विभाग के लेखपाल को जिला मुख्यालय पर रंगे हाथों दबोचा था। लेखपाल के खिलाफ थाना हापुड़ देहात में मुकदमा दर्ज कराकर जेल भेज दिया था। इस मामले में मंगलवार को छुट्टी के बाद कार्यालय खुलने पर लेखपाल को निलंबित कर दिया है। मामले की विभागीय जांच भी होगी।
क्या है पूरा मामला (Hapur)
बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के गांव सिकंदरपुर काकौड़ी निवासी वंश चौधरी ने एंटी करप्शन में शिकायत करते हुए बताया था उनका गांव चकबंदी में है। उनके पिता चार भाई थे। जिनमें से एक भाई की मृत्यु हो चुकी है और वह अवविवाहित थे। उनके हिस्से की जमीन अन्य तीनों भाईयों के नाम होनी थी। इसके लिए उन्होंने चकबंदी लेखपाल मेरठ के नई मोहनपुरी निवासी नरेंद्र कुमार गौड़ से संपर्क किया। लेखपाल ने तीनों भाईयों के नाम जमीन चढ़ाने की एवज में 15 हजार रुपयों की रिश्वत मांगी। इसके बाद पीड़ित व लेखपाल के बीच दस हजार रुपये की रिश्वत तय हुई थी।
लेखपाल को टीम ने दबोचा था (Hapur)
वंश चौधरी से शिकायत मिलने के बाद एंटी करप्शन की टीम ने लेखपाल नरेंद्र कुमार गौड़ को जिला मुख्यालय पर दस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए दबोच लिया था। एंटी करप्शन की इस कार्रवाई से अन्य कर्मचारियों में अफरा तफरी मच गई थी। इस मामले में एंटी करप्शन की टीम के प्रभारी मयंक कुमार अरोरा ने लेखपाल नरेंद्र कुमार गौड़ के खिलाफ थाना हापुड़ देहात में दर्ज कराया था।
लेखपाल को किया निलंबित (Hapur)
चकबंदी विभाग के बंदोबस्त अधिकारी सुनील कुमार नौटियाल ने बताया कि लेखपाल के निलंबन कर दिया गया है। इसकी सूचना लखनऊ मुख्यालय को भी भेजी गई है।


