Khabarwala 24 News Hapur: Hapur हाफिजपुर थाना पुलिस ने पश्चिम बंगाल में प्रतिबंधित कफ सीरप फेंसेडिल पकड़े जाने पर फरार हुआ एक ट्रक चालक को दबोचा है। आरोपी इतना शातिर है कि जीएसटी टीम को अपने भाई का ड्राइविंग लाइसेंस थमा कर फरार हो गया था। जबकि आरोपी का भाई पिछले दो तीन साल से साऊदी अरब में रह रहा है। पश्चिम बंगाल पुलिस को आरोपी की काफी दिनों से तलाश कर रही है।
क्या है पूरा मामला (Hapur)
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि वह नामचीन कंपनियों का माल को लेकर वेयर हाउस से लोड कर ले जाता था। ट्रांसपोर्ट कंपनियों द्वारा कंटेनर पर अपनी सील लगाई जाती है। आरोपी मे मेरठ के ट्रांसपोर्ट नगर से प्रतिबंधित कफ सीरप फेंसेडिल की खेप कंटेनर की सील खोलकर रख ली और फिर से उसी तरह की सील लगाकर माल लेकर रायगंज जनपद उत्तरी दिनासपुर पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो गया।
जीएसटी टीम को दिया भाई का ड्राइविंग लाइसेंस (Hapur)
पुलिस ने बताया कि 26 नवंबर 2023 को वेस्ट बंगाल की जीएसटी की टीम द्वारा आरोपी के ट्रक को जांच के लिए अपने कब्जे में ले लिया। जीएसटी टीम ने माल की जांच की तो उसमें प्रतिबंधित दवा मिली। टीम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी ट्रक चालक ग्राम घुंघराला थाना हाफिजपुर निवासी बिलाल से माल के बारे में पूछताछ की।
भाई का लाइसेंस देकर हुआ फरार (Hapur)
पुलिस ने बताया कि आरोपी इतना शातिर था उसने टीम को अपने भाई शोएब का ड्राइविंग लाइसेंस जीएसटी टीम को दे दिया और मौके से फरार हो गया। इस संबंध में जीएसटी टीम ने पश्चिम बंगाल के थाना रायगंज जिला उत्तरी दिनाजपुर में शोएब के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया।
हाफिजपुर थाना पहुंची पश्चिम बंगाल पुलिस (Hapur)
आरोपी की तलाश में पश्चिम बंगाल के थाना रायगंज के उपनिरीक्षक तापस कुमार बासक टीम के साथ हाफिजपुर थाने पहुंचे और मामले की जानकारी थाना प्रभारी विजय कुमार गुप्ता को दी। मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी हाफिजपुर ने शोएब के बारे में जानकारी कराई तो पता चला कि शोएब पिछले कई सालों से साऊदी अरब में है और उसके भाई बिलाल ट्रक को लेकर गया था और पकड़े जाने पर भाई का लाइसेंस देकर फरार हो गया था। लेकिन पुलिस की जांच में आरोपी की पोल खुल गई। पुलिस ने आनन फानन में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
फेंसेडिल की है बांग्लादेश में भारी मांग (Hapur)
जानकारी के अनुसार सीमा पार अपराधी जो पहले मवेशी तस्करी के जरिए आसानी से पैसा कमाते थे, इस धंधे पर शिकंजा कसे जाने के बाद अब वह बड़े पैमाने पर नशे के सामान की तस्करी करने लगे है। यह मांग इसलिए हैं कि इस खासी के सिरप फेंसेडिल को पीने से नशा हो जाता है क्योंकि इसमें कोडिन की मात्रा अधिक है। नशा करने वाले इसका इस्तेमाल करते हैं। भारत में यह दवा चिकित्सक के पर्चा पर ही बिल के साथ बिक्री की जाती है। जिसका रिकार्ड रखना भी आवश्यक होता है।