Khabarwala 24 News Hapur: Hapur Crime News बाबूगढ़ थाना पुलिस ने राहगीरों से फोन पर बात करते समय अथवा टोल प्लाजा, बस स्टैंड आदि स्थानों से अपनी बाइक पर लिफ्ट देकर उनके मोबाइल फोन छीनने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी हापुड़ कोतवाली पुलिस का हिस्ट्रीशिटर बदमाश है। जिसके खिलाफ दिल्ली एनसीआर के विभिन्न थानों में करीब बीस मुकदमें दर्ज हैं। आरोपियों के कब्जे से करीब पांच लाख रुपये के लूटे गए 15 मोबाइल फोन, नगदी, अवैध हथियार व वारदात में प्रयुक्त दो बाइकें बरामद की गई है।
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क्या है पूरा मामला (Hapur Crime News )
पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि जनपद में कई दिनों से मोबाइल छीनने की घटनाएं सामने आ रही थी। इस वारदातों को लेकर बाबूगढ़ पुलिस ने छानबीन की। इसी बीच एक व्यक्ति ने थाने पर आकर मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि दो लोगों ने उनको एक स्थान से लिफ्ट दी और जहां वह उतरने लगा तो उसका मोबाइल फोन छीनकर भाग गए। इस वारदात के संबंध में पुलिस ने सीसीटीवी और अन्य साक्ष्य एकत्र किए। इसमें मुख्य अभियुक्त दीपक शर्मा और उसके साथी अमित को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कब्जे से छीने गए 15 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। खास बात यह है कि गिरोह के सदस्य बस स्टैंड, टोल प्लाजा, रेलवे स्टेशन, आटो के लिए कोई इंतजार कर रहा हो या फोन पर बात कर रहा हो उसका फोन छीनकर भाग जाते थे। इसमें मुख्य अभियुक्त दीपक के खिलाफ करीब 20 मुकदमें हापुड़, बुलंदशहर और दिल्ली के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। यह पेशेवर लुटेरा रहा है और हापुड़ कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर बदमाश भी है। इस गैंग के सदस्यों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कौन हैं पकड़े गए आरोपी (Hapur Crime News )
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपी मोहल्ला जसरूपनगर थाना हापुड़ कोतवाली निवासी दीपक और हापुड़ के मोहल्ला रामगढ़ी निवासी अमित है।
यह किया गया बरामद (Hapur Crime News )
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों के कब्जे से करीब 5 लाख रुपये के लूटे गए 15 मोबाइल फोन, पिलखुवा क्षेत्र से लूटा गया एक मोबाइल फोन, दो तमंचे, कारतूस, घटना में प्रयुक्त दो बाइकें बरामद की गई हैं।
शातिर अपराधी हैं पकड़े गए बदमाश (Hapur Crime News )
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश शातिर किस्म के अपराधी हैं। जिनके खिलाफ एनसीआर के विभिन्न थानों में चोरी, लूट समेत अन्य धाराओं में करीब दो दर्जन मुकदमें दर्ज हैं। इस गिरोह के सदस्य चलते-फिरते लोगों के मोबाइल फोन लूट/चोरी कर लेते थे और उन्हें बेचकर आर्थिक लाभ प्राप्त करते थे।
