Khabarwala 24 News Hapur: Hapur Cyber Crime जनपद की थाना साईबर क्राइम पुलिस ने बेरोजगार लोगों को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी को छिजारसी टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से पुलिस ने 58 पासपोर्ट, 122 वीजा, 30 रबर मोहरे, लैपटाप, बारकोड स्कैनर, नगदी, 03 मोबाइल व कार बरामद की है।
नौकरी के नाम पर करते थे गुमराह (Hapur Cyber Crime)
पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि साइबर क्राइम पुलिस थाना पर एक सूचना प्राप्त हुई थी कि एक व्यक्ति है जो लोगों को विदेश भेजने के नाम पर काफी पैसे ले लेता है और उसके बाद उसके पासपोर्ट अपने पास जमा कर लेता है और कई बार बोलने के बाद भी लोग विदेश नहीं जा पाते हैं और नौकरी के नाम पर उनको गुहराह किया जाता है। इसको लेकर अठसैनी निवासी शाहरूख चौधरी ने शिकायत की थी। जिसमें बताया था कि उनके छोटे भाई बाबर को विदेश भेजने के नाम पर और उसके साथ साथ 17 और लोगों को विदेश भेजना था और कुवैत में नौकरी लगवानी थी। वहां पर भेजने के नाम पर एक व्यक्ति ने इनसे 1.20 लाख रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से पैसे लिए थे, लेकिन समय बीत जाने के बाद भी इन्होंने न किसी को विदेश नहीं भेजा और न किसी की नौकरी लगी।
जब्त कर लेते थे पासपोर्ट (Hapur Cyber Crime)
एसपी ने बताया कि समय समय पर आरोपी बताते रहता था कि उनके टिकट करा दिए हैं, बीजा करा दिया है। इस तरह की चीजें पीड़ितों को व्हाट्स एप पर भेजते थे। इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के कब्जे से फर्जी अभिलेख भी बरामद हुए हैं। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह लोगों से पैसे लेते थे और जब उनके पास पीड़ित का पासटपोर्ट आ जाता था तो वह और पैसे बढ़ाकर डिमांड करते थे। यदि वह पैसे नहीं देता था तो वह उसका पासपोर्ट जब्त कर लेते थे और पासपोर्ट लौटाने के नाम पर भी लोगों से पैसे मांगा करते थे।
मुंबई के पते पर मंगवाते थे पासपोर्ट (Hapur Cyber Crime)
पूछताछ में आरोपी ने यह भी बताया कि वह पासपोर्ट सीधे अपने पास न मंगवाकर गिरोह के शामिल एक अन्य व्यक्ति के पास मुंबई मंगवाते थे, फिर वह पोसपोर्ट पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी के पास नोएडा भेजता था। आरोपी फर्जी डाक्टरी रिपोर्ट तैयार कराने, फर्जी एंट्री का वीजा बनवाकर और फर्जी तरीके से पासपोर्ट में लगाकर लोगों को दिखाते थे। यह दिखाकर लोगों से जल्द पैसे भेजने के लिए कहते थे। कई लोगों के पैसे मिलने के बाद भी विदेश नहीं भेजते थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इन लोगों ने पिछले दो माह में 17-18 लाख रुपये की ठगी की है। यह पिछले कई वर्षों से इस काम में हैं और गिरोह में कई अन्य सदस्य भी शामिल हैं जो विदेश में भी काम कर रहे हैं और यहां पर भी और बिहार में भी हैं। आरोपी के पास पूछताछ में उत्तर प्रदेश के लोगों के अलावा कई अन्य प्रांतों पंजाब, बिहार के लोगों के पासपोर्ट मिले हैं। जिनसे उन्होंने ठगी की है।
नोएडा से संचालित करता ठगी का कारोबार (Hapur Cyber Crime)
व्हाटस एप नंबर का इस्तेमाल करते थे उसमें यह दिखाते हैं कि यह नंबर साऊदी अरब का है और साऊदी अरब के नंबर से लोगों को काॅल करके बताते थे कि नई नई कंपनियों में बात हो गई है आपकी नौकरी लग जाएगी। लेकिन यह सारा काम बैठकर नोएडा से करते थे। आरोपी के पास कुवैत एंबेसी की मोहरें भी बरामद हुई हैं। बताया गया कि यह मोहरें दिल्ली में बनवाई गई हैं। आॅन लाइन पोसपोर्ट की फोटो देख कर पता कर लेते थे कि किस तरह की मोहरें वीजा पर इस्तेमाल हो रहा है। लोगों को विश्वास दिलाने के लिए फर्जी मेडिकल प्रमाण पत्र बनवाते थे, जिसके संबंध में जांच जारी है जिसमें कुछ फर्जी नर्सिंग होम और क्लीनिक के नाम पता सामने आए हैं। जहां पर लोगों का फर्जी तैरीके से लोगों का मेडिकल भी कराया जाता था। इस मामले में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
कौन है पकड़ा गया आरोपी (Hapur Cyber Crime)
पुलिस ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी राशिद पुत्र बाबू शेख निवासी ग्राम हकीमगंज थाना अजीमनगर जनपद रामपुर है और हाल में वह नोएडा में किराए पर फ्लैट लेकर रह रहा था।
यह किया बरामद (Hapur Cyber Crime)
1,000 रुपये, 58 पासपोर्ट, 122 वीजा, 30 रबर मोहरे, एक लैपटाप, बारकोड स्कैनर, 03 मोबाइल (ठगी करने में प्रयुक्त), एक महिन्द्रा एक्सयूवी कार बरामद की गई है।