Khabarwala 24 News Hapur: Hapur Cyber Crime यूपी के जनपद हापुड़ के थाना साइबर क्राइम पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म (फेसबुक व इंस्टाग्राम) पर लडकी/महिलाओं के काल्पनिक नामों से आईडी बनाकर भारत के लोगों से दोस्ती कर उनको अपने जाल में फंसाकर ऑनलाइन पैसे की ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने दो विदेशी नागरिक (नाइजीरियन) व एक भारतीय महिला सहित तीन साइबर ठगों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी शातिर साइबर ठग हैं।
क्या है पूरा मामला (Hapur Cyber Crime)
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि पिलखुवा कोतवाली में साइबर फ्राड से संबंधित एक एक मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसमें पीड़ित ने बताया था कि उनसे फेस बुक पर किसी ने महिला बनकर दोस्ती की और फिर उनको बताया कि वह कैलीफोर्निया से बोल रही हूं और उससे मिलने के लिए भारत आना चाहती हूं। फिर आरोपी ने बताया कि वह भारत आ गई है। कस्टम विभाग ने कुछ सामान के साथ पकड़ लिया जो वह उसके लिए गिफ्ट के तौर पर लाई थी और उसकी रिलीज कराने की एवज में एक लाख रुपये ठग लिए थे। फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्स एप के माध्यम से महिला ने पीड़ित से चेट की थी। जब साइबर थाना पुलिस ने पूरे मामले की जांच की तो उसमें तीन लोगों के नाम प्रकाश में आए। जिसमे दो नाइजीरियन व एक भारतीय महिला साइबर ठग है।
लाखों रुपये की कर चुके हैं ठगी (Hapur Cyber Crime)
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि व सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को इसी तरह से ठगते थे और पैसे लेते थे और जिस एटीएम से पैसे निकालते थे उस कार्ड को नष्ट कर देते थे। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पिछले चार पांच महीने में पांच से छह लाख रुपये की ठगी की है। जो उनके एकाउंट कि डिटेल मिली है। आरोपियों की एंबेसी को भी सूचना दी जाएगी। अन्य एजेंसी भी मामले की जांच
महंगे गिफ्ट लाने की देते थे जानकारी (Hapur Cyber Crime)
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ करने पर बताया कि फेसबुक व इंस्टाग्राम पर लडकियों के काल्पनिक नामो से फर्जी अकाउंट बनाकर अपनी पहचान छुपाकर भारत के लोगो को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज देते हैं जो व्यक्ति उनकी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लेता है फिर वह उसे मेसेंजर पर मेसेज कर दोस्ती कर लेते हैं। फिर वह लोग अपने आप को भारत में घूमने आना और उस व्यक्ति से भारत में आकर मिलना बताकर उसे विश्वास में ले लेते हैं। उस व्यक्ति को भारत में आने की तारीख बताकर पूर्ण विश्वास में ले लेते हैं। उस व्यक्ति को जिस तारीख में भारत में घूमने आना बताते हैं उस तारीख में वह लोग विदेशी नम्बरों से उस व्यक्ति को आरोपी मर्सी केच से व्हाटसअप कॉल कराते हैं । फिर उस व्यक्ति को मसीं केथ कहती है कि वह दिल्ली हवाई अड्डे पर आ गयी है आपके लिये यूएस डॉलर आई फोन आदि सामान गिफ्ट में लायी है। ये सामान एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने पकड लिया है । कस्टम विभाग वाले इस सामान की फीस मांग रहे है और फोन को काट देते हैं।
कस्टम अधिकारी बनकर करते थे बात (Hapur Cyber Crime)
इसके तुरन्त बाद हम लोग कस्टम डिपार्टमेंट का कर्मचारी या अधिकारी बनकर उस व्यक्ति को कॉल करते हैं और उस व्यक्ति को कहा जाता है कि तुम्हारी दोस्त के पास से यूएस डॉलर, मंहगा आई फोन आदि समाना मिला है जिसकी आपको करेंसी चेंज कराने व आई फोन की 10 प्रतिशत फीस लगेगी और उस व्यक्ति से फीस लेने के बाद जब तक व्यक्ति हमारी बातो में फंसा रहता है तब तक हम लोग मनी एक्सचेंज आदि के नाम पर बार-बार पैसे लेते रहते हैं और विश्वास दिलाने के लिये कस्टम डिपार्टमेंट दिल्ली की फर्जी कूटरचित रसीदें व्हाटसअप पर भेज देते हैं।

शातिर अपराधी हैं पकड़े गए आरोपी (Hapur Cyber Crime)
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तगण शातिर किस्म के शातिर साइबर ठग हैं जिनके आपराधिक इतिहास की जानकारी अन्य राज्यों/जनपदों से की जा रही है।
कौन हैं पकड़े गए आरोपी (Hapur Cyber Crime)
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपी पीटर उर्फ डेविड पुत्र केनेथ मूल निवासी डेल्टा राज्य पीएस डेल्टा राज्य शहर लागोस नाइजीरिया हाल पता संतगढ़ थाना तिलकनगर नई दिल्ली, माइकल डीनो अडेक्स पुत्र अडेक्स मूल पता लागोस नाइजीरिया हाल निवासी गली न0 18 संतगढ़ थाना तिलकनगर नई दिल्ली व मर्सी केथ पत्नी माइकल डीनो अडेक्स मूल निवासी कैंडिन्यो स्टेशन जिला. त्सेमिन्यु, नागालैंडहाल निवासी गली नंबर 18 संतगढ़ थाना तिलकनगर नई दिल्ली।
यह किया गया बरामद (Hapur Cyber Crime)
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से चार मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, 1520 रुपये, फर्जी रसीदें बरामद की गई है।