Khabarwala 24 News Hapur: Hapur दीपावली मनाने को लेकर रविवार रात को राजमहल बैंकट हाल में पंडित, ज्योतिषाचार्य, धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों, कर्मकांडी ब्राह्मणों, मंदिर के पुजारियों और बुद्धिजीवियों की बैठक हुई। इसका आयोजन हापुड़ संयुक्त व्यापार मंडल ने किया था।
इसमें विभिन्न धार्मिक संगठनों के 11 विद्वान ब्राह्मणों ने भाग लिया। सभी ने 31 और एक नवंबर को दीपावली पूजन के गुण-दोष नक्षत्र व ज्योतिष के आधार पर बताए। सम्मेलन में नौ ब्राह्मणों ने एक नवंबर को और दो ने 31 अक्टूबर को दीपावली मनाने के पक्ष में अपनी राय व्यक्त की।
प्रभावशाली तरीके से रखें तर्क (Hapur)
इस साल दीपावली मनाने को लेकर असमंजस की स्थिति है। विभिन्न ज्योतिष और ब्राह्मण संगठन अलग-अलग तिथियों पर दीपावली मनाने के पक्षधर हैं। इस असमंजस को देर करने के लिए विद्वानों की बैठक में तीन घंटे तक मंथन किया गया। मंच पर मौजूद विद्वानों ने दीपावली मनाने को लेकर ज्योतिष व शास्त्रों के आधार पर अपने-अपने तर्क प्रभावशाली तरीके से रखे।
यह भी चर्चा की गई कि देश में कहां-कहां, कब-कब दिवाली मनाई जा रही है। वहीं तिथियों के हिसाब से 31 अक्टूबर और एक नवंबर काे दीपावली मनाने में क्या-क्या गुणदोष हैं। इसको लेकर अपनी बात रखी। बैठक के आयोजनकर्ता ललित अग्रवाल छावनी वाले रहे तथा संचालन व्यापारी नेता संजय अग्रवाल ने किया।
यह रहा मंचस्थ विद्वानों का मत (Hapur)
केंद्रीय ज्योतिष विश्व विद्यालय के पूर्व निदेशक डा. वासुदेव शर्मा, अखिलेश पंडित, भारतीय ज्योतिष-कर्मकाण्ड महासभा के अध्यक्ष केसी पांडेय, योगी संजीव कौशिक, ज्योतिष योगेश्वर स्वामी, मां मंशा देवी मंदिर के पुजारी देवी प्रसाद, पंडित महेश, पंडित संतोष, टीकम चंद भट्ट और पंडित ओमप्रकाश पोखरियाल ने एक नवंबर को दीपावली मनाने के पक्ष में प्रभावी तर्क रखे। जबकि, श्री चंडी मंदिर के पंडित मिथलेश व हरमिलाप मंदिर के पंडित लवकुश शास्त्री ने 31 अक्टूबर को दिवाली मनाने को गुण-दोष के आधार पर तर्कसंगत ठहराया।
यह रहे मौजूद (Hapur)
बैठक में मोहित जैन, सुधीर गुप्ता, महेश तोमर, अमित शर्मा, पंडित आदित्य भारद्वाज, तरुण गर्ग, अंकुर कंसल, मनीष मक्खन, मनीष शुक्ला, सोनू बंसल, इंद्र कौशिक, राजीव गर्ग दत्तियाने वाले, प्रवीण सेठी, वीरेंद्र बिट्टू, अमित शर्मा, विवेक गर्ग एडवोकेट, जयभगवान गौतम, वीरेंद्र कपड़े वाले, सोनू गारमेंट्स और चंद्रशेखर आदि मौजूद रहे।