Khabarwala 24 News Hapur: Hapur जनपद की थाना साइबर क्राइम पुलिस ने सरकारी कर्मचारी बनकर गरीब व असहाय लोगों को कॉल करके प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत मकान दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले दो शातिर साइबर ठगों को किया गिरफ्तार है। गिरफ्तार आरोपी शातिर किस्म के साइबर अपराधी हैं, जिनके द्वारा विगत समय में सैकड़ों गरीब व असहाय लोगों के साथ इसी प्रकार की घटनाएं कर आर्थिक लाभ कमाया जा चुका है।
क्या बोले एसपी अभिषेक वर्मा (Hapur)
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि जनवरी माह में बाबूगढ़ निवासी एक शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत आईजीआरएस में भी डाली थी और थाने पर आकर एक शिकायत दी थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि उनके साथ प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर धोखाधड़ी हुई है। पीड़ित योगेंद्र सिंह निवासी सिमरौली बाबूगढ़ हैं। यह पहले लाइनमैन का काम करते थे और 2006 में उनके साथ एक हादसा हो गया था। जिस कारण इनके हाथ और पैर में चोट आई थी और वह अब दिव्यांग व्यक्ति हैं। इन्होंने काफी मेहनत से जो कमाई की थी वह साइबर फ्रांड के माध्यम से लगभग 40 हजार रुपये प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर उसने ठग लिए गए। इनकी शिकायत जब मिली तो साइबर टीम और बाबूगढ़ थाना पुलिस ने इस पूरे मामले की जानकारी की और दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। जिन्होंने पूछताछ में यह भी बताया कि उन्होंने आसपास जनपदों से और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के और भी जनपदों में काफी लोगों के साथ साइबर ठगी की है।
गिरोह के अन्य सदस्यों की पुलिस कर रही तलाश (Hapur)
उन्होंने बताया कि पूछताछ करने पर आरोपियों ने यह भी बताया कि वह लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर घर, फ्लैट दिलाने के नाम पर काॅल करते हैं और जो संबंधित व्यक्ति होता है। उसको झांसे में लेकर उससे अपने खाते में 25 हजार, 30 हजार जो उनसे बनता है वह डलवा लेते थे। इसके बाद आरोपी अपना मोबाइल फोन बंद कर देते हैं। जांच में पता चला है कि आरोपियों ने पिछले तीन – चार महीनों में उन्होंने साढ़े तीन-चार लाख रुपये अलग अलग लोगों से ठगे हैं। इस गिरोह के अन्य साथी भी हैं जो जनपद कानपुर के रहने वाले हैं। पूछताछ में आरोपियों ने यह भी बताया कि उनके गांव में और भी एेसे कुछ साथी हैं जो इनके साथ मिलकर एेसा काम करते हैं। संबंधित जनपद की पुलिस और वहां के अधिकारियों को इनकी और इनके गैंग के बारे में जानकारी दी जा रही है। गिरोह के अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
कैसे करते हैं ठगी (Hapur)
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनके गांव में एक व्यक्ति है जो उन्हें एेसे लोगों की सूची उपलब्ध कराता है जिन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना में आवेदन किया है। अन्य नंबरों पर भी काॅल करते हैं और जो सीधा व्यक्ति मिलता है उसे झांसे में लेकर ठगी का शिकार बनाते हैं। इसके साथ ही वह गिरफ्तार अभियुकों द्वारा पूछताछ करने पर बताया गया कि वह ऑनलाइन ग्राम प्रधानों के मोबाइल सर्च करने के उपरान्त प्रधानों को अनेक नम्बर पर कॉल करके अपने आपको सरकारी विभाग का कर्मचारी बताकर विश्वास में लेकर प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत गरीबों को मकान दिलवाने के लिए गांव के गरीब व्यक्तियों का नाम व मोबाइल नंबर लेकर उनको प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत मकान दिलाने के लिए रजिस्ट्रेशन व ड्राफ्ट बनवाने तथा फाइल पास कराने के नाम पर धोखाधडी से धनराशि ट्रांसफर करा लेते हैं। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि इसी प्रकार उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत मकान दिलाने के लिए रजिस्ट्रेशन व ड्राफ्ट बनवाने के नाम पर लाखों रूपये की ठगी की है।
कौन हैं पकड़े गए आरोपी (Hapur)
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपी शिवा निवासी ग्राम भौसाना थाना चौवेपुर जनपद कानपुर और राजेश निवासी ग्राम आर्यनगर रोशनाई थाना रनिया जनपद कानपुर हैं।
यह किया बरामद (Hapur)
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से दो मोबाइल फोन, नौ हजार रुपये, फर्जी आधार कार्ड व पहचान पत्र, श्रम विभाग की कूटरचित रसीदें बरामद की गई हैं।