Khabarwala 24 News Hapur : छोटे बच्चों का शैक्षिक ज्ञान बढ़ाने के लिए जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को लर्निंग लैब के रुप में विकसित किया जाएगा। फिलहाल जिले के चारों ब्लॉकों के एक एक गांव में लर्निंग लैब विकसित कराई जा चुकी है, जहां विभिन्न शैक्षिक गतिविधियों के माध्यम से बच्चों का ज्ञानवर्धन किया जा रहा है।
लर्निंग लैब, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों को आकर्षक पठन पाठन की सुविधाओं से युक्त बनाने की मंशा है। जहां तीन से छह वर्ष की आयु के बच्चों को आधारभूत सुविधाओं से युक्त परिवेश में रखते हुए उनका सर्वांगीण विकास किया जाएगा। इसके लिए आंगनबाड़ी केंद्रों को लर्निंग लैब के रूप में विकसित किया जा सकता है। वर्तमान में जिले के चारों ब्लॉकों में एक-एक आंगनबाड़ी केंद्र को लर्निंग लैब के रूप में विकसित किया जा चुका है। हापुड़ ब्लॉक में गांव दादरी, धौलाना ब्लॉक के गांव परतापुर, सिंभावली ब्लॉक के गांव कनिया कल्याणपुर व गढ़मुक्तेश्वर के गांव हसुपुर में लर्निंग लैब का विकास हो चुका है। लर्निंग लैब के रुप में विकसित होने पर बच्चों को सुरक्षित व स्वच्छ पेयजल, बाल मैत्रिक शौचालय एंव मूत्रालय, भवन में जलकल की सुविधा, दिव्यांग सुलभ रैंप व रेलिंग, दिव्यांग मैत्रिक शौचालय, महिला शौचालय, भवन के चारों और बच्चों की सुरक्षा के लिए चारदीवारी, रसोईघर में सिंक सहित जल की सुविधा, कक्ष में विद्युत व पंखों की सुविधा, रंगाई पुताई, बाल सुलभ आकर्षक ज्ञानवर्धक पेटिंग, अक्षर ज्ञान व वर्णमाला ज्ञान पेटिंग व बच्चों के बैठने के लिए अच्छे फर्नीचर की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ज्ञान प्रकाश तिवारी ने बताया कि हापुड़ ब्लॉक में 315, सिंभावली में 189, गढ़ में 207 व धौलाना के 176 आंगनबाड़ी केंद्रों को लर्निंग लैब के रूप में विकसित किया जाएगा।