Khabarwala 24 News Hapur: (साहिल अंसारी ) Hapur आर्य कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, हापुड़ में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई एक द्वारा भूजल सप्ताह के अंतर्गत कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
जन जागरूकता रैली निकाली (Hapur)
कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर साधना तोमर द्वारा रैली को हरी झंडी दिखाकर किया गया। गिरते भूजल स्तर को ध्यान में रखते हुए भूगर्भ जल संपदा महत्व की जन जागरूकता सृजित करने के उद्देश्य से भूजल सप्ताह मनाया जा रहा है। ।स्वयंसेविकाओं ने जल संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर सर्वेश कुमारी के निर्देशन में एक जन जागरूकता रैली निकाली । वर्षा जल संरक्षण की जिम्मेदारी आमजनमानस के साथ-साथ हमारी भी है। इसे एक आंदोलन के रूप में एक-एक बूंद को संरक्षित किया जाना चाहिए।
जल संरक्षण के लिए किया प्रेरित
छात्राओं ने विभिन्न नारों के साथ” जैसे पानी की रक्षा देश की सुरक्षा” जल बचेगा तो जीवन बचेगा” व पानी है अनमोल इसका नहीं कोई मोल के साथ जनमानस को जागरूक किया। तत्पश्चात छात्राओं ने स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया। छात्राओ ने विभिन्न प्रेरणादायक स्लोगन के माध्यम से जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास किया। छात्राओं ने जल संरक्षण विषय पर विभिन्न कविताओं के माध्यम से लोगों को भूजल के गिरते स्तर के प्रति जागरूक किया तथा उन्हें जल संरक्षण के लिए प्रेरित किया।
भू संरक्षण के लिए करें जागरूक (Hapur)
प्राचार्या ने स्वयंसेविकाओं के प्रयास की तारीफ की तथा सभी को जल के महत्व के विषय में अवगत कराया और कहा कि जल हम सभी के लिए अमृत के समान है और हमें इसे अति मूल्यवान समझते हुए संरक्षित करना चाहिए। हमें इस आदत को अपने जीवन में उतरना होगा कि हम जल का सही प्रयोग करें ।कविता प्रतियोगिता में अजरा ने प्रथम गुंजन जयंत ने द्वितीय तथा खुशबू ने तृतीय स्थान प्राप्त किया स्लोगन प्रतियोगिता में सोनम ने प्रथम रिशु ने द्वितीय तथा मंतशा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर सर्वेश कुमारी ने कार्यक्रम का संचालन किया तथा छात्रों को प्रेरित किया कि वह न केवल जल संरक्षण के लिए स्वयं जागरूक रहे अपितु अपने आस पास समाज में रहने वाले लोगों को भी भूजल संरक्षण के लिए जागरूक करें।
संस्कृति से जुड़े रहने के लिए किया प्रेरित
संगीत विभाग की अध्यक्षा प्रोफेसर जया शर्मा ने छात्राओं को जल संरक्षण व अपनी संस्कृति से जुड़े रहने के लिए प्रेरित किया । वाणिज्य विभाग की प्राध्यापिका प्रीति शर्मा ने निर्णायक की भूमिका निभाई डॉक्टर धनेश्वरी कबीरा एवं डॉ रश्मि व राष्ट्रीय सेवा योजना की सभी स्वयंसेविकाएं कार्यक्रम में उपस्थित रही।