Khabarwala 24 News Hapur : Hapur जनपद तेजी से औद्योगिक हब के रूप में विकसित हो रहा है। गांव सबली के बाद अब धौलाना के हसनपुर में औद्योगिक पार्क बनाने की की तैयारी है।
गांव हसनपुर में 35 एकड़ भूमि पर लगभग 200 करोड़ से इसकी स्थापना होगी, जिसमें छोटी-बड़ी करीब 100 औद्योगिक इकाइयां विकसित होंगी।योजना की फाइल एनओसी के लिए जिला प्रशासन के पास पहुंची है। जिसकी औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।
उद्यमी दिखा रहे दिलचस्पी (Hapur)
जिले में मंडल का पहला औद्योगिक पार्क गांव सबली में बन रहा है। 12.5 एकड़ भूमि में इस औद्योगिक क्षेत्र में 35 भूखंड विकसित किए जा रहे हैं। इसके बाद हापुड़ मेें दूसरे उद्यमी भी अपनी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
इसी के तहत अब धौलाना जिले के गांव हसनपुर में 35 एकड़ में औद्योगिक पार्क स्थापित करने की कार्ययोजना बनाई गई है। निजी कंपनी केंडीसेंट इंफ्राटेक एलएलपी लिमिटेड के वित्तीय सलाहकार कमल अग्रवाल ने बताया कि करीब 200 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में 500 से लेकर 2000 वर्ग मीटर में औद्योगिक इकाइयों के लिए भूखंड उपलब्ध होंगे।
यह उद्योग होंगे शामिल (Hapur)
इनमें विशेष रूप से एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग) इकाइयां लगाई जाएंगी। उम्मीद है कि अगले छह माह में यहां का स्वरूप बदल जाएगा। फिलहाल मिल रहे प्रस्तावों में ऑटो पार्टस बनाने की फैक्टरी, टेक्सटाइल, रेडीमेड गारमेंट, फूड प्रोसेसिंग, पीतल के उत्पाद, खिलौने और इलेक्ट्रानिक्स उपकरण बनाने वाले उद्योग शामिल हैं। पार्क के उत्पादन जोन में लैटनुमा कारखाने और फैक्टरी शेड होंगे। बिजली, पानी, सड़क की सुविधा के अलावा कॉमन लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट, टेस्टिंग और सर्टिफिकेशन लैब भी होंगे।
हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार (Hapur)
इस क्षेत्र में औद्योगिक पार्क विकसित होने के बाद यहां करीब तीन हजार लोगों को रोजगार मिल सकेगा। धौलाना में यूपीएसआईडीसी क्षेत्र होने के कारण यह क्षेत्र औद्योगिक हब की ओर अग्रसर हो रहा है। दरअसल, क्षेत्र की बेहतर कनेक्टिविटी निवेशकों को लुभा रही है। अन्य योजनाओं के लिए भी भूखंडों की बिक्री प्रक्रिया तेज है। गाजियाबाद बार्डर यहां से आधा घंटे की दूरी पर है। इसके अलावा हाईवे-9 व फ्रेट कोरिडोर से इस क्षेत्र की बेहतर कनेक्टिवटी है।
नक्शा कार्यालय में सौंपा (Hapur)
औद्योगिक पार्क की स्थापना के लिए प्रशासनिक अधिकारी भी गंभीर है। कंपनी द्वारा नक्शा बनाकर जिला उद्योग केंद्र में भेजा जा चुका है। इसकी एनओसी के लिए तेजी से कार्य किया जाएगा। इसके साथ ही गाजियाबाद प्राधिकरण द्वारा भूमि परिवर्तन की कार्यवाही की जाएगी। कुल मिलाकर अगले एक माह में सभी औपचारिकताएं पूरी होने की उम्मीद है।