Khabarwala 24 News Hapur: Hapur विकास ग्लोबल स्कूल एंड डिफेंस एकेडमी के तत्वावधान में आयोजित विराट कवि सम्मेलन में दूर दूर से आए कवियों ने अपनी कविता,गीत गजलों से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया ।
ठट्टा मारे हंस रहा, जीवित है दसशीश (Hapur)
स्कूल की प्रधानाचार्य वर्षा तेवतिया ने सभी कवियों का पटका ,पुष्पगुच्छ,एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। मां शारदे की वंदना के पश्चात एल एन पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य डा आराधना बाजपेई ने पढ़ा, “बीस भुजाएं शेष हैं, शेष आज भी शीश! ठट्टा मारे हंस रहा, जीवित है दसशीश!!” ।
पिलखुवा से पधारे कवि डा सतीश वर्धन ने पढ़ा,”जीना मुश्किल हो गया है आज के परिवेश में। ज्यादा घृणित और घिनौना घट रहा है देश में। बुलबुल जैसी बेटियों की हम स्वयं रक्षा करें। बाज भी कुछ घूमते हैं आदमी के वेश में।
घर घर जिसके कृत्य की होती जी भर निंदा (Hapur)
मंच का संचालन करते हुए कवि डा अनिल बाजपेई ने पढ़ा,घर घर जिसके कृत्य की होती जी भर निंदा है! जन्मों से पुतला फुंक रहा फिर भी रावण जिंदा है! बीस भुजा सारी कटीं,
सिर भी बचे न शेष! हम लोगों पर आज भी, हंसता है लंकेश! धौलाना से पधारे ओजस्वी कवि राजकुमार सिसोदिया ने पढ़ा,बेटो को पढ़ाया कैसे नौकरी लगाया कैसे,
पेंट काट काट मैंने जोडी पाई पाई है। विवाह रचाया ऐसे ख़ुशी हुए कैसे कैसे, बहू को भी बेटी माना सीने से लगायी है। विकास ग्लोबल स्कूल की प्रधानाचार्य वर्षा तेवतिया ने पढ़ा,”क्रोध की अग्नि को सब्र बना ,मैने श्रृंगार बना डाला , टूटे सहमे दिल को जोड़ा हिम्मत की पतवार बना डाला ,
घर में बेटी हुई कोई गम तो नहीं (Hapur)
नोएडा से पधारे हास्य कवि विनोद पांडेय ने पढ़ा,है बड़ी मुश्किल से देखो पांव पर अपने खड़ा, पर सभी तिकड़म लगा कर वो है उड़ने पर अड़ा , चार बीघा थी ज़मीं पर बाप निर्धन हो गया । दो बीएचके फ्लैट लेकर बन रहा बेटा बड़ा। मेरठ से आए कवि चंद्र शेखर मयूर ने पढ़ा,घर में बेटी हुई कोई गम तो नहीं। आंखें मेरी हुई कोई नम तो नहीं। गर्व से सर उठाकर ये कहता हूं मैं।
कवियों का आभार व्यक्त किया (Hapur)
स्कूल के प्रबंधक विकास तेवतिया ने सभी कवियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि साहित्य एक ऐसा माध्यम है जो लोगों को प्रेरित करने का काम करता है कवि और साहित्यकार समाज के मार्गदर्शक हैं।इस अवसर पर अखिल भारतीय साहित्य लोक के पदाधिकारियों ने प्रधानाचार्य वर्षा तेवतिया एवं अध्यक्ष विकास तेवतिया को सम्मानित किया।