Khabarwala 24 News Hapur: Hapur (साहिल अंसारी) रक्षाबंधन पर पतंगबाजी का जोर इस बार भी दिखाई दिया। सुबह से ही युवा व बच्चे पतंगबाजी करने के लिए छतों पर पहुंच गए थे। छतों से आवाज आ रही थी। आयी बो वो काटा…। युवाओं ने रक्षाबंधन पर पतंगबाजी करने के लिए तैयारी कई दिनों से कर रखी थी।
रंग बिरंगी पतंगों से पटा आसमान (Hapur)
सोमवार की सुबह से ही युवा और बच्चे छतों पर पहुंच गए थे। बाजारों, मोहल्लों में जहां देखोंं पतंगबाजी करने में सभी जुटे गए। आसमान रंग बिरंगी पतंगों से पटा हुआ था। शाम को तो आसमान में चारों ओर पतंग ही पतंग दिखाई दे रही थी। आलम यह था कि जब किसी की पतंग कटती तो वह मायूस हो जाता, जब वह दूसरे की पतंग काटता तो एक ही आवाज आती थी आयी बो वो काटा…
म्यूजिक सिस्टम की धुन पर की पतंगबाजी (Hapur)
युवाओं ने छतों पर म्यूजिक सिस्टम लगा रखे थे। इसके साथ ही खान पान का पूरा इंतजाम किया हुआ था। युवाओं के साथ साथ महिलाओं और युवतियों ने भी पतंगबाजी का जमकर लुफ्त उठाया। आपको बता दें कि जनपद में रक्षा बंधन पर पतंगबाजी की परंपरा काफी पुरानी है, जन्माष्टमी तक यह क्रम चलता है। शाम के समय आसमान में बादल छाने पर सभी पतंगबाज यहीं दुआं कर रहे थे कि बारिश न हो क्योंकि अगर बारिश हो जाती तो पतंगबाजी का उनका मजा किरकिरा हो जाता है। लेकिन मौसम ने भी साथ दिया। जिस पर युवाओं ने पंतगबाजी का जमकर लुफ्त उठाया।