Khabarwala24 News Hapur : जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डाक्टर राजेश सिंह ने बुधवार को मासिक बैठक के दौरान सभी टीबी इकाइयों की बिंदुवार समीक्षा की। जिले में कुल आठ टीबी इकाई हैं। डीटीओ ने हर इकाई की प्रिजम्प्टिव टीबी रेट ( पीटीआर), नोटिफिकेशन, निक्षय पोषण योजना, संपर्कों की जांच और कोमॉर्बिटी समेत सभी नौ इंडिकेटर्स पर विस्तार से समीक्षा की। एक भी इंडिकेटर पर पीछे मिली इकाई को प्रदर्शन सुधारने के लिए सख्त निर्देश दिए। इस मौके पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की सलाहकार डाक्टर रेणु डफे, जिला कार्यक्रम समन्वयक दीपक शर्मा, जिला पीपीएम समन्वयक सुशील चौधरी और जिला पीएमडीटी समन्वयक मनोज कुमार गौतम भी मौजूद रहे।
डीटीओ ने कहा कि टीबी उन्मूलन कार्यक्रम तभी सफल हो पाएगा जब सभी इंडिकेटर्स अच्छे होंगे। वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा तय किया गया है। तय समय से पहले हमें अपने जिले को क्षय रोग मुक्त करना होगा। उन्होंने कहा कि टीबी का एक भी लक्षण आने पर टीबी की जांच जरूरी है। जांच में यदि किसी को टीबी की पुष्टि होती है, तो तत्काल उपचार शुरू कर रोगी के सभी संपर्कों की जांच की जाए। साथ ही रोगी के घर में मौजूद पांच वर्ष तक के बच्चों को प्रिवेंटिव टीबी थेरेपी (टीपीटी) दी जाए। एचआईवी और मधुमेह रोगियों की शत प्रतिशत जांच हो।
जिला क्षय रोग केंद्र पर एक दिवसीय निक्षय प्रशिक्षण हुआ
विश्व स्वास्थ्य संगठन की सलाहकार डाक्टर रेणु डफे ने क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के सभी कर्मचारियों को एक दिवसीय निक्षय प्रशिक्षण के दौरान निक्षय पोर्टल के बारे में बताया। उन्होंने पोर्टल पर नोटिफिकेशन से लेकर स्टेटस तक चेक करके बताया। इसके साथ उन्होंने पोर्टल के नए फीचर्स के बारे में भी जानकारी दी। पोर्टल से एक क्लिक पर किसी भी क्षय रोगी की पूरी कुंडली देखी जा सकती है, इससे फालोअप और कार्यक्रम की समीक्षा, दोनों आसानी से किए जा सकते हैं।
भारत विकास परिषद – युवा शक्ति ने 25 क्षय रोगी गोद लिए
पीपीसी कोठीगेट पर बुधवार को भारत विकास परिषद कि युवा शक्ति की ओर से 25 क्षय रोगियों को गोद लेकर पुष्टाहार प्रदान किया गया। संस्था गोद लिए गए रोगियों को उपचार जारी रहने तक हर माह पुष्टाहार उपलब्ध कराने के साथ ही भावनात्मक और सामाजिक सहयोग उपलब्ध कराएगी।