Khabarwala 24 News Hapur: Hapur श्री रामलीला समिति द्वारा आयोजित श्री राम कथा का आयोजन द्वितीय दिवस पर प्रधान रविंद्र गुप्ता महामंत्री विनोद कुमार वर्मा कोषाध्यक्ष उमेश अग्रवाल ने श्री रामचरितमानस जी की विधिवत आरती करके किया । जिसमें मुख्य यजमान के रूप में राम कुमार गर्ग , रवि गर्ग एवं अंजली गर्ग उपस्थित रहे।
भगवान श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन किया (Hapur)
पवन देव चतुर्वेदी व्यास जी महाराज ने प्रवचन करते हुए कहा कि जैसा कि कल कथा में श्रवण कराया गया था कि राजा दक्ष ने अपने ही भगवान शंकर को श्राप दे दिया कि किसी भी पुण्य कार्यों में उनको कोई स्थान नहीं दिया जाएगा। इसके विपक्ष मुनीश्वर ने श्राप दिया शंकर जी की ओर से कि जिस यज्ञ में शंकर जी का स्थान नहीं होगा वह यज्ञ सम्पूर्ण नही होगी। इस डर से कोई भी देवता यज्ञ नही करते थे। तो एक दिन हरिद्वार में प्रजापति दक्ष ने भगवान श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन किया और सभी देवताओं ने भाग दिया परंतु भगवान शंकर को नहीं लिया।
अग्नि में स्वयं को भस्म कर दिया (Hapur)
सती जी ने जब सुना कि उनके मायके में उत्सव है तो भगवान शंकर के मना करने पर भी वह उस यज्ञ में चली गयी और कुछ हरिगण भी साथ गए तत्पश्चात पिता के अपमान को वह सहन नहीं कर पाई और स्वयं को यज्ञ कुंडी में योग आनल अग्नि में स्वयं को भस्म कर दिया। यह सब सुनकर भगवान शंकर का क्रोध बढ़ गया और वीरभद्र को भेजकर सबको दंडित किया और प्रजापति दक्ष के मस्तक को काटकर यज्ञ कुंडी में डाल दिया गया । अनंत सब देवताओं ने भगवान शंकर जी की प्रार्थना की भगवान शंकर जी ने क्षमा याचना की सबको क्षमा किया ।
बहुत सुंदर विवाह रचाया (Hapur)
वहीं सती जी आज हिमाचल राज्य की और मीना रानी के घर में पार्वती बनाकर जननी है । नारद जी ने उनका नामकरण किया। तत्पश्चात भगवान शंकर जी को पति रूप में पाने के लिए तप करने के लिए कहा ।नारद जी के कथन को मानकर शैलपुत्री पार्वती जी तप करने बैठ गई बहुत कठोर साधना के बाद ब्रह्मा जी से वरदान प्राप्त किया । सप्तर्षियों के दर्शन हुए भगवान राम जी की प्रेरणा से भगवान शंकर जी ने माता पार्वती जी के साथ बहुत सुंदर विवाह रचाया ।
यह रहे मौजूद (Hapur)
श्री राम कथा के दौरान डीके सर्राफ,रतनलाल ठेकेदार, नवीन वर्मा,नवीन गुप्ता, शुभम गोयल एडवोकेट, विवेक सिंघल, मुकुट लाल वर्मा, तनिष्क गुप्ता आदि मौजूद रहे।