Hapur News Khabarwala24News Garhmukteshwar: कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत झड़ीना मध्य गंग नहर पटरी पर सोमवार को मृत मिले 19 बंदरों के शव के बाद सात और बंदरों के शव मिल गए है। जिससे अब मृत बंदरों की संख्या 19 से बढ़ कर 26 हो गई है। बंदरों के शवों का पोस्टमार्टम के बाद बिसरा बरेली लैंब के लिए भेज दिया गया है। हालांकि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद अभी तक पुलिस अारोपितों को नहीं पकड़ पाई है। कुछ लोगों को घटना के संबंध में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। वहीं वन विभाग अधिकारियों का दावा है कि लैब से सात दिन में रिपोर्ट आने के बाद बंदरों की मौत का कारण पता चल सकेगा।
बंदरों के शवों का कराया पोस्टमार्टम
सोमवार की सुबह में नहर पटरी पर घूमने के लिए गए कुछ लोगों ने बंदरों के शव पड़े देखे इस दौरान शव के पास अन्य बंदरों का जमावड़ा लगा हुआ था। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे वनक्षेत्राधिकारी करन सिंह, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सोमवीर सिंह और डिप्टी सीवीओ डाक्टर. रजंन सिंह ने घटना स्थल का जायजा लिया। इस दौरान पुलिस और वन विभाग की टीम की मदद से मृत अवस्था में मिले 19 बंदरों के शवों को कब्जे में लिया। वहीं बंदरों के शव के पास मिले गुड़ को भी वन विभाग टीम ने कब्जे में लिया है। शवों का ब्रजघाट स्थित वन विभाग के कार्यालय परिसर में सभी बंदरों का पोस्टमार्टम कराया गया।
सात और बंदरों के शव मिले
वन विभाग की टीम को उसी स्थान से कुछ दूरी पर ओर बंदरों के शवों के पड़े हाेने की सूचना प्राप्त हुई। जिसके बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मौके से सात और बंदरों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम के बाद उनकी मौत कारण जानने के लिए उनका बिसरा बरेली में स्थित आईवीआरआई (इंडियन वेटनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट) भेजा दिया। जबकि बंदरों को जहर देने वाले आरोपितों पुलिस अभी तक नहीं पकड़ पाई है।