Hapur News Khabarwala24News Hapur:अब तक आपने ठगी के कई मामले बहुत सुने होंगे, लेकिन यूपी के जनपद हापुड़ से ठगी का एक ऐसा मामला सामने आया है । जिसकी ठगी का तरीका जानकर पुलिस अधिकारी भी चौक गए। ठगों का यह गैंग ऐसे परिवारों से संपर्क करता है जिनके घर का कोई सदस्य जेल में बंद होता है। इसके बाद ये लोग बंदी रक्षक बनकर ऐसे परिवारों को फोन करते हैं और कहते थे कि जेल में बंद उनके रिश्तेदार गिरकर घायल हो गया है, काफी खून बह रहा है और ब्लड खरीदने के नाम पर आॅनलाइन धनराशि ट्रांसफर कराकर ठगी करते थे।
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि जनपद हापुड़ की साइबर सेल द्वारा सराहनीय कार्य करते हुए एक अनोखे तरीके से ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि आरोपी (ecourt website) से आॅन लाइन सर्च कर किसी भी वकील का नंबर लेकर फोन करते थे। उस वकील से यह पूछते थे कि क्या हाल में ही आपने किसी व्यक्ति की बेल कराई है। यदि वकील हां करते थे तो बताते थे कि जिस व्यक्ति की बेल कराई है वह जेल में बंद है और वह आज जेल में सीढ़ी से गिर गया है। उसका सिर फट गया है, चोट आ गई है खून काफी निकल रहा है। उसके परिजनों को हमें जानकारी देनी है। वकील से परिजन के नंबर लेकर उनसे बात करते थे। आरोपी परिजन को बताते थे कि वह जेल से बंदी रक्षक बोल रहे हैं। उनका जो रिश्तेदार जेल में बंद है उनको इलाज के लिए पैसे की सख्त जरूरत है और 14-15 हजार रुपये एक मोबाइल नंबर देते थे, उसमें ट्रांसफर करा लेते थे। इस तरीके से जेल में बंद कैदियों के परिजन से ठगी करते थे। जब तक उनके कैदियों के रिश्तेदारों को सच्चाई पता चलती थी तब तक उनके एकाउंट से पैसे जा चुके होते थे। एसपी ने बताया कि जनपद हापुड़ में भी इस तरीके के दो प्रकरण सामने आए थे। जिसमें मुकदमा दर्ज कराकर जांच करानी शुरू की तो तब इसे पूरे गैंग का पर्दाफाश हो सका। उन्होंने बताया कि आरोपियों के एकाउंट की जांच कराई जाएगी जिसके बाद पता चल सकेगा कि कितने लोगों से इन्होंने ठगी की है। एसपी ने बताया कि उन्होंने इस मामले में एक अन्य व्यक्ति का नाम सामने आया है आरोपियों ने जिससे यह सब सीखा था उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
ecourt website से लेते थे कैदियों के परिजन का नंबर
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ करने पर पुलिस को बताया कि वह लोग जेल मे बंद अपराधियों के अधिवक्ताओं के नाम-पता व मोबाइल नंबर का डाटा कोर्ट की वेबसाइट (ecourt website) से डाउनलोड करके डाटा लेते थे। अधिवक्ताओं के मोबाइल नंबर पर कॉल करके उनके जेल में बंद क्लाइंट (कैदी) को बैरक में पैर फिसलने से गंभीर चोट लगने की बात बताकर अधिवक्ता से जेल में बंद कैदी के परिजन का नंबर ले लेते थे।
कौन हैं पकड़े गए आरोपी
मधुर सक्सेना पुत्र उमेशचन्द्र निवासी मोहल्ला किलाखेडा सुनारों वाली गली कस्बा व थाना उझानी जनपद बदायुं व हाल निवासी संजय नगर दुर्गा नगर मोड थाना बारादरी जनपद बरेली । नितिन जौहरी पुत्र अजय जौहरी निवासी सुभाष नगर कस्बा व थाना नवाबगंज जनपद बरेली व हाल निवासी मोहल्ला कर्मचारी नगर मिनी बाईपास के पास थाना इज्जत नगर जनपद बरेली हैं।
यह किया गया बरामद
2500 रूपये व रेलवे टिकट
घटना में प्रयुक्त दो मोबाइल फोन।
अधिवक्ताओं के नाम-पता व मोबाइल नम्बर का डाटा
चित्रकूट में भी आया था एेसा मामला
आपको बता दें कि पिछले दिनों चित्रकूट में भी एेसा ही मामला सामना आया था। जहां चित्रकूट में ठग खुद को जेलर बताकर बंदी की तबियत खराब होने के कारण इलाज के लिए खाते में रुपये जमा कराने के लिए कहते हैं। बताया गया कि वहां भी इस तरह के पांच मामले सामने आए थे। बताया गया कि वहां अब तक पांच ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही थी।
टीम में यह रहे शामिल
निरीक्षक श्री सुमन कुमार प्रभारी साइबर/ सर्विलांस सेल, उपनिरीक्षक विनीत मलिक साइबर सेल, राहुल कौशिक, एसओजी टीम, हैड कांस्टेबल जसवंत कुमार, सुनील, दिग्विजय, कांस्टेबल नीरज