Khabarwala24News Hapur News : दैनिक यात्रियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण ट्रेन शटल आए दिन देरी से चल रही है। इस कारण हजारों दैनिक यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि जब ट्रेन के देरी से चलने के बारे में दैनिक यात्री स्टेशन मास्टर के पास पहुंचते है तो वह उन्हें सलाह देते हैं कि मुख्यालय मुरादाबाद में है। वहां से जानकारी करें। इसको लेकर दैनिक यात्रियों में रोष व्याप्त है। यात्रियों की परेशानी का कोई सीधा जवाब नहीं दिया जाता और वह मासूस होकर वापस लौट रहे हैं। इसको लेकर स्टेशन मास्टर का एक वीडियो भी वायरल हुअा है। ट्रेन के देरी से चलने के कारण यात्री ट्वीटर पर रेलवे अफसरों, रेल मंत्री समेत रेलवे के आलावा अधिकारियों से पीड़ा बयां कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनने के लिए तैयार नहीं है।
बुलंदशहर से वाया हापुड़ के रास्ते दिल्ली तक शटल पैसेंजर ट्रेन का संचालन होता है। इस ट्रेन से प्रतिदिन हजारों की संख्या में यात्री गाजियाबाद, साहिबाबाद, दिल्ली में नौकरी करने के लिए जाते हैं। इस ट्रेन के हापुड़ जंक्शन पर पहुंचने का समय सुबह 06:35 बजे का है। पांच मिनट का ठहराव होने के बाद यह ट्रेन गाजियाबाद के लिए रवाना हो जाती है। दैनिक यात्रियों ने बताया कि पिछले काफी समय से शटल ट्रेन को एक्सप्रेस ट्रेनें निकालने के चक्कर में आउटर पर या फिर स्टेशन पर खड़ा कर दिया जाता है। एक-एक घंटे तक ट्रेन लेट हो रही है। शटल के देर से संचालित होने के कारण दैनिक यात्रियों को अपने आफिस पहुंचने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि आफिस अक्सर देरी से पहुंचने के कारण कई लोगों की नौकरी छूटने की कगार पर पहुंच गई है। उसके बाद भी स्टेशन के अधिकारी शटल को समय से संचालित नहीं कर रहे हैं। जब वह अपनी बात स्टेशन के अधिकारियों के पास रखने जाते हैं तो उन्हें संतोषजनक जवाब तक नहीं मिल पाता है। उन्होंने अपनी शिकायत को रेलवे की डायरी में भी दर्ज कराया है और टिवटर पर भी अधिकारियों को शिकायत दर्ज कराई है।
वीडियो हुआ वायरल :
दैनिक यात्री हापुड़ रेलवे स्टेशन पर शटल ट्रेन के बारे में जानकारी करने पहुंचते और पूछते हैं कि क्या ट्रेन एेसे ही लेट होती रहेगी। इस पर तपाक से वहां मौजूद अधिकारी जवाब देते हैं कि मुरादाबाद में मुख्यालय है। वहीं से जानकारी लें लें। यात्री पूछतते हैं कि क्यां एेसी ही रोड ट्रेन देरी से चलेगी परंतु वह यात्रियों की जायज समस्या को सुनने के लिए तैयार नहीं होते हैं।
क्या कहते हैं सांसद :
इस संबंध में उन्हें जानकारी नहीं है। रेल यात्रियों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। इस संबंध में वह डीआरएम से वार्ता करेंगे और वायरल वीडियो का भी संज्ञान लिया जाएगा। राजेंद्र अग्रवाल, सांसद