Hapur News Khabarwala24 News (Garhmukteshwar) Hapur: तीर्थ नगरी गढ़ गंगा ब्रजघाट क्षेत्र की सूरत जल्द बदलने वाली है। इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ाना देने के उद्देश्य है। पर्यटन विभाग ब्रजघाट क्षेत्र में 75 करोड़ की लागत से 11 बड़ी परियोजनाओं पर काम करेगा। पर्यटन विभाग यहां मल्टीलेवल कार पार्किंग, घाटों का सुंदरीकरण, प्रवेश द्वार बनाया जाएगा। इसके अलावा कच्चे लठीरा घाट को भी विकसित किए जाने की योजना है।
बदल जाएगा ब्रजघाट का स्वरूप
गढ़ गंगा क्षेत्र को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किए जाने की योजना पिछले काफी समय से चल रही है। सीएम योगी आदित्यनाथ भी इस ओर गंभीर है। ब्रजघाट पर अब विकास की योजना धरातल पर नजर आती दिखने लगी है। पर्यटन विभाग इस वर्ष के अंत तक ब्रजघाट में 11 बड़ी परियोजनाओं पर काम करेगा। जिसके बाद ब्रजघाट का स्वरूप बदल जाएगा।
करोड़ों रुपये से होंगे विकास कार्य, समस्या होगी दूर
पर्यटन विभाग 15 करोड़ की लागत से मल्टीलेवर पार्किंग और प्रवेश द्वार का निर्माण कराएगा। इसके अलावा 10 करोड़ की लागत से वीआईपी घाट पर पर्यटन अवस्थापना सुविधाओं के सृजन का कार्य किया जाएगा। 12 करोड़ की लागत से ब्रजघाट गढ़ मुक्तेश्वर संकेतिक पर्यटन सुविधाओं का सृजन और विकास कार्य किया जाएगा। 15 करोड़ से गढ़मुक्तेश्वर में टीएफसी-कम- मल्टीकल्चरल हब का विकास, दो करोड़ की लागत से नक्काकुआं का पर्यटन विकास, पांच करोड़ से ब्रजघाट में फसाड़ लाइटिंग व्यवस्था, इसमें गंगा किनारे की प्रकाश व्यवस्था शामिल है।
छह करेाड़ से ब्रजघाट गढ़मुक्तेश्वर के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर महिला व पुुरुषों के लिए शुलभ प्रसाधन, पीने का आरओ प्लांट, इंटरलॉकिंग टाइल्स, दिशा सूचक बोर्ड, सोलर व हाईमास्क लाइटें लगवाई जाएंगी। इसके अलावा कच्चे घाटों को भी विकसित किया जाएगा। इसमें गंगा घाट लठीरा का तीन करोड़ की लागत से विकास किया जाएगा। ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। वहीं दो करोड़ से गढ़मुक्तेश्वर में फव्वारा चौक का सुंदरीकरण किया जाएगा और तीन करोड़ से पूरे हापुड़ जिले में साइनेज की स्थापना की जाएगा।
जल्द शुरू होगा कार्य
तीर्थ नगरी ब्रजघाट को लेकर पर्यटन विभाग के अफसर गंभीर है। अफसरों की माने तो इन परियोजनाओं के लिए अधिकतर की भूमि चिन्हित की जा चुकी है। इसके अलावा लाइट आदि के लिए स्थानों का चिन्हिकरण किया जा रहा है। जो प्रमुख कार्य किए जा रहे हैं उनका डिजाइन आदि तैयार किया जा रहा है। कोशिश रहेगी कि जल्द से जल्द इन सभी औपचारिकताओं को पूरा कराकर अगले कुछ माह में कार्य को शुरू करा दिया।