Hapur News Khabarwala24 News Hapur : मोहर्रम माह की शुरूआत के साथ इमामबाड़ो में मजलिसों का दौर शुरू हो गया है। कर्बला में हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत को याद कर अजादारों की आखें नम हो गई।
शिया मोहर्रम कमेटी की अध्यक्षता में किला कोना स्थित काली मस्जिद के पास इमाम बाड़ा मोहसिन अली में मजलिस- ए- अजा में मौलाना लारेब ने कहा कि इमाम हुसैन और उनके साथी इंसानियत को बचाने के लिए कर्बला की जंग में शहीद हो गए। उन्होंने अपना सब कुछ राह -ए -खुदा के लिए कुर्बान कर दिया, उनकी शहादत को भुलाया नहीं जा सकता।
कमेटी के अध्यक्ष सैय्यद राशिद हुसैन रिजवी ने बताया कि 23 जुलाई को दुलदुल आलम व मातमी दस्ते का जुलूस, 26 जुलाई को अलम ताजिये व मातमी दस्ते का जुलूस, 27 व 28 जुलैाई को मातमी जुलूस नगर के विभिन्न मोहल्लों से निकाला जाएगा तथा दस मोहर्रम के दिन 29 जुलाई को ताजिया व अलम निकाला जाएगा और मजलिस आशूर होगी साथ ही मातमी दस्तों का जुलूस निकाला जाएगा। बाद में ताजिये दफन किए जाऐंगे। 30 जुलाई को दुलदुल व अलम का जुलूस निकाल कर कर्बला में पहुंचेंगे। जुलूस के लिए तैयारियों शुरू कर दी गई हैं।