Hapur News Khabarwala24 News Hapur: एल. एन. पब्लिक स्कूल में भारतीय संस्कृति के महत्व को समझाते हुए श्रावण में मास के उपलक्ष्य में कक्षा 6 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए पार्थिव शिवलिंग सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
प्रतियोगिता में विद्यालय के लगभग 35 छात्र- छात्राओं ने पर्थिव शिवलिंग निर्माण एवं सज्जा कर अपनी भावनात्मक और कलात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए श्रावण मास और भगवान शिव शंकर की उपासना के महत्व को समझाया। प्रतियोगिता में क्रमश: जिया कक्षा 6 ने प्रथम, वंश कक्षा ने द्वितीय तथा दीपक कक्षा 6 ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी क्रम में यशू आदित्य, वैभव तथा यश त्यागी ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया।
संस्था के प्रबंधक पंकज कुमार अग्रवाल ने कहा कि श्रावण मास अपना एक विशेष महत्व रखता है। श्रावण नक्षत्र तथा सोमवार से भगवान शिव शंकर का गहरा संबंध है। धर्म और आस्था का अटूट गठजोड़ हमें इस मास में दिखाई देता है।
संस्था के सचिव विनय त्यागी ने कहा कि हिंदू धर्म में भगवान शिव शंकर को महामृत्युंजय माना गया है। पार्थिव शिवलिंग बनाने से हाथों की रेखाएं बदल जाती हैं। श्रावण मास में कॉवड़ द्वारा गंगा जल लाकर भगवान शिव का अभिषेक करने की परम्परा है। जिससे श्रद्धालुओं को सौभाग्य प्राप्ति होती है और जीवन में सुख समृद्धि आती है।
विद्यालय की प्रधानाचार्या आराधना बाजपेई ने बच्चों की प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ हमें पाठ्य सहगामी क्रियाओं पर भी बल देना चाहिए। विद्यार्थियों को प्रत्येक धर्म की जानकारी उनके त्योहारों एवं संस्कृति से परिचय कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि श्रावण मास में भगवान शिव और माता पार्वती भू लोक पर निवास करते हैं। प्रकृति भी सावन मास में नये पेड़ पौधों को जन्म देती है. यह मास मनुष्य पशु पक्षी। सभी के लिए खुशहाल जीवन लेकर आता है। इसलिए श्रावण मास में भोलेनाथ की पूजा उपासना अवश्य करें। कार्यक्रम में उपस्थित सह सचिव के0 के0 अग्रवाल व सदस्य मधु अग्रवाल, पवित्रा त्यागी व करूणा अग्रवाल ने भी बच्चों को प्रोत्साहित किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने से कक्षा 6 से कक्षा 8 तक के समस्त अध्यापक व अध्यापिकाओं का विशेष सहयोग रहा।