Hapur Police khabarwala 24 News Hapur:थाना हाफिजपुर व स्वाट की संयुक्त टीम की चेकिंग के दौरान 20 लाख रुपए की सुपारी लेकर गाजियाबाद निवासी एक युवक की हत्या करने जा रहे बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। इस दौरान पुलिस ने एक घायल सहित चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से चोरी की बाइक, नगदी, कागजात व अवैध असलाह बरामद हुआ है।
क्या है पूरा मामला (Hapur Police)
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि थाना हाफिजपुर प्रभारी निरीक्षक श्योपाल सिंह व स्वाट टीम प्रभारी नजीर अली खान शुक्रवार की देर रात पुलिस टीम के साथ चितौली रोड पर चेकिंग कर रहे थे। इसी बीच पुलिस ने बाइक पर आ रहे तीन युवकों को रुकने का इशारा किया गया। लेकिन बाइक सवार युवक रुकने के बजाए पुलिस टीम पर फायरिंग कर भागने का प्रयास करने लगे। इस दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक युवक गोली लगने से घायल हो गया।
कौन है पकड़े गए बदमाश (Hapur Police)
पुलिस ने घेराबंदी कर तीन युवकों को दबोच लिया। तीनों युवकों की पहचान मनीष सागर उर्फ मोंटी व ओमवीर निवासीगण मोहल्ला राजीव नगर गढ़मुक्तेश्वर, ललित निवासी गांव सबली थाना हापुड़ नगर के रुप में हुई है। वहीं, उपरोक्त बदमाशों की निशानदेही पर चौथे युवक को पुलिस ने सोना पैट्रोल पंप के पास से गिरफ्तार किया। इसकी पहचान सल्लू यादव उर्फ सुरेंद्र निवासी गांव पूठी हसनपुर थाना वेबसिटी जिला गाजियाबाद के रुप में हुई है। इनके कब्जे से चोरी की बाइक, नगदी, तीन तमंचे, कारतूस व अन्य कागजात बरामद हुए हैं।
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों ने 26 दिसंबर की रात फगौता से नान गांव को जाने वाले रास्ते पर शौच कर रहे युवक की बाइक पर रखे बैग से नगदी व अन्य कागजात भी चोरी कर लिए थे। जिसके संबंध में थाने पर मुकदमा भी पंजीकृत हुआ था। आरोपी मनीष उर्फ मोंटी पर सात, ललित पर दो आपराधिक मुकदमें दर्ज है। अन्य आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।
गाजियाबाद निवासी व्यक्ति की हत्या करने जा रहे थे बदमाश
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि पूछताछ में आरोपी मनीष उर्फ मोंटी ने बताया कि उसका एक गैंग है। जिसका सरगना वह स्वयं है। गैंग के सभी सदस्य चोरी, लूट, सुपारी लेकर हत्या आदि अपराध करते हैं। गैंग के सदस्य सल्लू यादव उर्फ सुरेंद्र के चाचा का लडक़ा सतेंद्र निवासी गांव पूठी हसनपुर जिला गाजियाबाद दिमागी रुप से कमजोर है। इसी गांव के अजय यादव ने सतेंद्र की पौने तीन बीघा जमीन का दस लाख रुपए में धोखे से बैनामा कर लिया था। इसके बाद सतेंद्र के बड़े भाई राजेंद्र ने दाखिल खारिज रोकने के लिए न्यायालय में वाद दायर किया जोकि विचाराधीन है।
करीब एक माह पहले अजय यादव ने अपने साथियों को साथ लेकर सतेंद्र के खेत पर जबरदस्ती कब्जा कर लिया। इस दौरान सतेंद्र के बड़े भाई राजेंद्र ने इसका विरोध किया तो उसकी पिटाई कर उसे घायल कर दिया था। इसी रंजिश के चलते राजेंद्र व सल्लू यादव ने अजय यादव को रास्ते से हटाने की ठान ली। कुछ दिन पहले राजेंद्र ने अपने घर पर उक्त सभी बदमाशों को बुलाया और 20 लाख रुपए में अजय यादव की हत्या की सुपारी तय की। इसमें दस लाख अजय यादव की हत्या से पहले और दस लाख हत्या करने के बाद देने की बात तय हुई थी।