Khabarwala 24 News Hapur : Hapur सावन कृपाल रूहानी मिशन मुख्यालय के निर्देशानुसार दयालपुरष संत दर्शन सिंह महाराज का 35वां बरसी भंडारा राजिन्दर आश्रम, अच्छेजा हापुड़ और आदर्श नगर कालोनी, दस्तोई रोड पर बृहस्पतिवार को दोनो स्थानों पर छबील (प्याऊ) शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें रूहफजा, चीनी, दूध बर्फ से निर्मित शुद्ध मीठा शर्बत जनमानस को वितरित किया गया।
अध्यात्मिक साहित्य का अनुवाद करवाया (Hapur)
1921 मे अवतरित हुए अपने 15 वर्षीय गुरूपद कार्यकाल मे दिल्ली मे कृपाल आश्रम का निर्माण किया, भारत व विश्व के 40 अन्य देशों में सावन कृपाल रूहानी मिशन के 500 से अधिक केन्द्र स्थापित किए। आपने 50 भाषाओं में अध्यात्मिक साहित्य का अनुवाद करवाया।अब तक भारत और विश्व के 155 देशों में 3200 केन्द्र स्थापित हैं। आप एक जाने माने सूफी कवि ये और आपकी अनेक रचनायें प्रकाशित हुई उनमें मुख्य उर्दू शायरी, मंजिले नूर, तलाशे नूर, मताये नूर, जादाये नूर, मौजे नूर, इश्क मिला कदम कदम आदि
पुरस्कृत किए गए (Hapur)
आपके दो काव्य संग्रह मंजिले नूर और मताये नूर लखनऊ एवं दिल्ली की उर्दू एकादमी के द्वारा पुरस्कृत किए गए। आपने संत मत को सकारात्मक अध्यात्म (Positive Mysticism) कहा अर्थात इंसान अपनी जिम्मेदारी को भली भांति निभाते हुए कुटुम्ब समाज देश और विश्व की सेवा में अपना योगदान देते हुए आत्मिक बुलन्दी को पा सकता है।
यह रहे मौजूद (Hapur)
इस अवसर पर सचिव डॉ० सोमवीर सिंह, अध्यक्ष- जीत बहादुर अरोड़ा, उपाध्यक्ष अजय कुमार, कोषाध्यक्ष- चरण सिंह, सदस्य जय प्रकाश , नन्द किशोर , हर्ष डाबरा एवं समस्त कमेटी के साथ सेवादार मनमोहन सिंह, दीपक, नीरज डाबरा, ईश्वर चन्द, हरेन्द्र , मास्टर अमित पाल, डी. के. सिंघल जी, टीकाराम , किशन लाल , आकाश, संतोष बाटला, ओमप्रकाश सिंह, परमेश्वरी देवी, द्रोपदी देवी, अशर्फी देवी, कुसुम, सोहनवीर सिंह, विजेन्द्र , महेश चन्द जी, विनय कुमार आदि साद संगत का सहयोग रहा। सभी संगत सेवादारो पर महाराज जी की असीम कृपा एवं आशीर्वाद सदैव बना रहे।