Khabarwala 24 News Hapur: Hapur थाना हापुड़ देहात क्षेत्र के गांव मलकपुर निवासी तहेरे व चचेरे श्रद्धालु भाई केदारनाथ व बद्रीनाथ के दर्शन कर लौटते समय चमोली बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित गांव छिनका के पास हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे। दोनों अलकनंदा नदी में गिर गए। एक भाई का शव तो मिल गया था। जबकि दूसरे का अब तक कुछ पता नहीं चल सका है। सैकड़ों नम आंखों के बीच राजू सैनी का अंतिम संस्कार किया गया।
क्या है पूरा मामला (Hapur)
गांव मलकपुर निवासी अतुल सैनी 28 जुलाई को अपने छोटे भाई विपिन के साथ बद्रीनाथ व केदारनाथ के दर्शन करने के लिए बाइक पर सवार होकर गए थे। उनके साथ मूल से रूप से मलकपुर निवासी और हाल मेरठ के कस्बा लावड़ निवासी राजू सैनी व मेरठ के ही गांव मुरलीपुर निवासी मौसेरा भाई केशव सैनी भी दूसरी बाइक से रवाना हुए थे। बताया गया कि दर्शन करने के बाद दो अगस्त की शाम सभी बाइकों पर सवार होकर वापस लौट रहे थे।
अलकनंदा नदीं में गिरे (Hapur)
बताया गया कि जैसे ही दोनों की बाइक चमोली के गांव छिमका के पास पहुंचे तो विपिन व राजू की बाइक पर वहां हुए हिमस्खलन के दौरान कुछ पत्थर तेजी से गिरे और दोनों उछलकर अलकनंदा नदी में गिर गए। पुलिस ने गोताखोरों की मदद से उनकी तलाश की तो राजू का शव मिल गया, लेकिन विपिन का अब तक कुछ पता नहीं चल सका। परिजन गोताखोरों की मदद से उसकी तलाश कर रहे हैं।
नम आंखों के बीच किया अंतिम संस्कार (Hapur)
राजू सैनी का ग्राम लावड़ में नम आंखों के बीच अंतिम संस्कार किया गया। गांव मलकपुर से उसके परिवार के लोग समेत अन्य ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे। हर कोई विपिन के मिलने की प्रार्थना कर रहा था। किसी तरह वह बचकर सकुशल घर लौट सके। वहीं विपिन को लेकर परिजन परेशान हैं।