Khabarwala 24 News Hapur: Hapur गौरैया को बचाने के उपायों पर एक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत गौरैया के लिए घर की बेकार पड़ी वस्तुओं से कृत्रिम घर व फीडर तैयार करने बताए जाएंगे।साथ ही बच्चों को गौरैया के विषय में जानकारी देने हेतु पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन भी किया।
निःशुल्क वितरित किए 6000 कृत्रिम गौरैया घर (Hapur)
आपको बता दें गौरैया की उड़ान टीम पिछले लगभग 6, 7 वर्षों से इस अभियान चला रही है। इस अभियान के अंतर्गत टीम द्वारा अब तक लगभग 6000 कृत्रिम घर गौरैया हेतु निःशुल्क वितरित किये हैं।साथ ही अन्य जनपदों में इस अभियान को सक्रिय करने हेतु कोरियर के माध्यम से लोगों को घर पहुंचाए हैं। पर्यावरण संरक्षण में पक्षियों की भूमिका पर चर्चा करते हुए लोगों को अपने आस पास दाना पानी व कृत्रिम घर लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस अभियान को भविष्य के दृष्टिकोण से देखते हुए बच्चों को इस अभियान से विशेष रूप से जोड़ा जा रहा है। जिसमें बच्चे विभिन्न प्रतियोगिताओं, पहेलियों और क्राफ्ट कार्यों के माध्यम से गौरैया को बचाने के विषय में जान रहे हैं।
सेल्फ़ी विद गौरैया (Hapur)
इससे पूर्व टीम द्वारा “सेल्फ़ी विद गौरैया” ,प्रदर्शनी,खेल प्रतियोगिता, कविता प्रतियोगिता, बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट, घर डेकोरेशन व विभिन्न क्राफ्ट कार्यों के माध्यम से जन जन तक गौरैया को बचाने का संदेश दिया है।इसके अतिरिक्त सोशल मीडिया के माध्यम से भी हज़ारों लोगों को इस अभियान से जोड़ा जा चुका है।फेसबुक,ट्विटर,इंस्टाग्राम व वाट्स एप्प ग्रुप्स के माध्यम से प्रतिदिन गौरैया को बचाने के प्रयासों को एक दूसरे के साथ साझा किया जाता है।
यह कर रहे कार्य
गौरैया की उड़ान टीम में दिनेश ठाकुर व उनकी पत्नी डॉ. रेणु , प्रीति यादव,चारु यादव,तान्या यादव के साथ साथ अनन्या,दक्षिता,मयंक, प्रतीक,रूपांजल, नीरव, भार्गव आदि सहयोगी के रूप में कार्य कर रहे हैं।इसके साथ ही जनपद हापुड़ में निधि गर्ग व उनके पति आशुतोष गर्ग,राजीव सैनी,अमित सिद्धू, राजकुमार कंसल सहित अनेक लोग सक्रिय रूप से गौरैया की उड़ान टीम के साथ इस अभियान से जुड़कर कार्य कर रहे हैं।