Khabarwala 24 News New Delhi: Heatwave देशभर में भीषण गर्मी और हीटवेव के कारण आए दिन मौत की खबरें सामने आ रही हैं। भीषण गर्मी का खतरनाक असर हमारे दिमाग पर पड़ता है। इसके लिए शरीर को सहना बेहद मुश्किल हो जाता है?
बुरा होता है दिमाग पर असर (Heatwave)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जब कोई व्यक्ति मस्तिष्क और न्यूरोन के संपर्क में आता है तब दिमाग को गंभीर क्षति पहुंचती है। 50-60 डिग्री सेल्सियस के बीच में तापमान होने पर दिमाग के सेल्स डैमेज होने लगते हैं। क्योंकि इस स्थिति में दिमाग के सेल्स के अंदर प्रोटीन जमने लगता है। वहीं 60 डिग्री सेल्सियस के तापमान में इंसान के लिए जीना काफी ज्यादा खतरनाक है। जब शरीर पर ज्यादा गर्मी पड़ती है तो ब्लड सर्कुलेशन खुलने लगते हैं। इसके कारण बीपी कम हो जाता है और दिल तक खून पहुंचाने के लिए शरीर को काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
शरीर का हीटवेव के कारण होता है बुरा हाल (Heatwave)
गर्मी के कारण हीट रैशेज या पैरों में सूजन जैसे हल्के लक्षण दिखाई देते हैं क्योंकि ब्लड सर्कुलेशन लीक हो जाती है। शरीर में पानी की कमी होने लगती है। साथ ही इसके कारण शरीर में संतुलन बनाना बेहद मुश्किल होता है। इसके कारण लो बीपी की समस्या होती है। जिसके कारण थकावट की समस्या हो सकती है। हीट वेव के कारण चक्कर, मतली और बेहोशी, मांसपेशियों में ऐंठन, सिरदर्द की समस्या, पसीना और थकावट हो सकती है।
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें