Khabarwala 24 News New Delhi: Holi Safety Tips होली में बस एक दिन का समय बाकी है। लोग बेसब्री से इस त्योहार का इंतजार कर रहे हैं। एक दिन बाद 25 मार्च 2024 को देशभर में रंगों का त्योहार मनाया जाएगा। होली के दिन हर तरफ रंग-गुलाल उड़ते हैं। रंगों के अलावा पानी और कड़ी धूप से न सिर्फ त्वचा और आंखों को नुकसान पहुंचाता है। बल्कि जब रंग मुंह में जाते हैं, तो इससे कुछ लोगों को सांस लेने में भी परेशानी होती है।
ऐसे में जरूरी है कि होली के दिन आप अपनी आंखों के साथ-साथ त्वचा और फेफड़ों का भी ध्यान रखें। नहीं तो इससे आपको गंभीर बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है। चलिए अब जानते हैं होली के दिन आप कैसे हानिकारक रंगों से खुद को बचा सकते हैं।
फेफड़ों को रंगों से कैसे होता है नुकसान?(Holi Safety Tips)
अक्सर आपने सुना होगा कि होली खेलने के बाद लोगों को सांस लेने में परेशानी होती है। दरअसल, होली खेलते वक्त कभी कभार जाने-अनजाने में रंग मुंह में चला जाता है, जिससे उस समय तो सिर्फ खांसी, बलगम और घरघराहट आदि की समस्या होती है। लेकिन बाद में सांस लेने में परेशानी भी होने लगती है।
आपको बता दें कि रंगों में हानिकारक केमिकल, रसायन और कांच के टूटे टुकड़ों का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे त्वचा संक्रमण, खुजली, जलन, एलर्जी और चकत्ते की शिकायत हो सकती है। इसी के साथ सांस संबंधी समस्याएं भी होने लगती हैं। इसके अलावा अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज और ब्रोंकाइटिस आदि बीमारियों के होने का खतरा भी बना रहता है।
अस्थमा वाले रहे सावधान (Holi Safety Tips)
वहीं जिन लोगों को पहले से ही अस्थमा की समस्या है, उन्हें केवल हर्बल रंगों से ही होली खेलनी चाहिए। नहीं तो इससे उनकी स्थिति खराब हो सकती है। इसके अलावा अगर छोटे बच्चों के मुंह में रंग चला जाता है, तो ये उनके लिए खतरनाक भी हो सकता है।
कैसे होली के रंगों से खुद को बचाएं?
पूरे शरीर पर अच्छे से तेल लगाएं।
होली खेलने के दौरान धूप का चश्मा लगाएं।
होली खेलते वक्त लेंस न पहने।
जब कोई आपके ऊपर रंग डाले तो मुंह बंद कर लें।
पूरी बाजू के कपड़े पहने।
गुब्बारों का कम से कम इस्तेमाल करें।
अगर आंख में रंग चला जाता है, तो आंखों को रगड़े नहीं।
मुंह में रंग चला जाता है, तो उसी समय मुंह को साफ पानी से छोएं।