Khabarwala 24 News Hapur: HPDA हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण की आनंद विहार और प्रीत विहार योजना में भूखंडों की इस बार रिकार्ड बिक्री हुई। 32 भूखंडों की बिक्री के सापेक्ष प्राधिकरण को 50 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है। बड़ी बात है कि हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण को आनंद विहार और प्रीत विहार में सक्रिल रेट से करीब चार से पांच गुना अधिक कीमत प्राप्त हुई है। ऐसे में नीलामी से उत्साहित प्राधिकरण आचार संहिता से पहले एक और नीलामी निकालने की तैयारी में जुट गया है।
प्रापर्टी में अचानक दिख रहा बूम (HPDA)
इन्वेस्टर्स समिट के सार्थक परिणाम अब जिले में आने शुरू हो गए हैं। उद्योगों की स्थापना को लेकर उद्यमियों की दिलचस्पी का असर आवासीय कालोनियों पर भी दिखाई देना शुरू हो गया है। प्रोपर्टी में अचानक बूम दिखाई दे रहा है। खासकर दिल्ली रोड, गढ़ और मेरठ रोड पर संपत्तियों के दामों में खासा इजाफा हो रहा है। हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण की बात करें तो भूखंड बिक्री योजना में लोग बढ़ चढक़र हिस्सा ले रहे हैं। वर्तमान में प्राधिकरण द्वारा भूखंडों के अलावा आवासीय गु्रप हाउसिंग, वाणिज्य कार्यालय स्थान, सामुदायिक स्थान, स्वास्थ्य केंद्र स्थान, शैक्षिक स्थान एवं दुकानों की ऑन लाइन नीलमी समाप्त हुई है।
सर्किल रेट से चार गुना तक लगी बोली (HPDA)
इसके लिए ऑन लाइन आवेदन की अंतिम तिथि तक 232 भूखंडों, जिसमें 199 प्लॉट आवासीय व अनावीसीय व 33 दुकानें थीं। इनके सापेक्ष 247 आवेदन आए थे। नीलामी में लोगों ने खूब बोली लगाई। लोगों की दिल चस्पी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आवासीय भूखंड के लिए अधिकतर 62,310 रुपये वर्ग मीटर और अनावीय भूखंड के लिए 66400 रुपये अधिकतम बोली लगाई गई।
जबकि इस स्थान जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित सर्किल रेट मात्र 13500 प्रति वर्ग मीटर था। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोगों ने सर्किल रेट से चार से पांच गुना तक बोली लगाकर आवासीय भूखंड खरीदे। कुल 247 आवेदकों के लिए इच्छुक 77 लोगों ने बोली लगाई। लोगों के रुझान को देखते हुए प्राधिकरण अब जल्द ही एक और 90 भूखंडों की निलामी की तैयारी चल रही है। आचार सहिता से पहले इस नीलामी को पूरी करने की तैयारी की जा रही है।
रजिस्ट्रेशन से प्राधिकरण को प्राप्त हो गए 33.50 करोड़ (HPDA)
प्राधिकरण को अपने 32 भूखंड आवंटित करने के लिए जहां भूखंडों की कीमत 50 करोड़ प्राप्त हुए, वहीं रजिस्ट्रेशन शुल्क प्राप्त करने में भी प्राधिकरण आगेे रहा है। रजिस्ट्रेशन के लिए प्राधिकरण को 33.50 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। हालांकि इसमें से जिन्हें भूखंड आवंटित नहीं हुए उन्हें धनराशि करीब 30 करोड़ वापस कर दी गई। कुल मिलाकर प्राधिकरण की सुस्त पड़ी योजनाओं को अभी रफ्तार मिलती दिखाई दे रही है।
क्या कहते हैं प्राधिकरण के उपाध्यक्ष
हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डा. नितिन गौड़ का कहना है कि यह प्राधिकरण के लिए अच्छे संकेत हैं। मास्टर प्लान 2031 लागू होने से पहले भूखंडों की खरीद के लिए लोगों में इस प्रकार का उत्साह शहर के विकास के लिए बेहतर रहेगा। निजी बिल्डर इस क्षेत्र में उत्साह दिखा रहे हैं। कुछ बड़ी योजनाएं यहां जल्दी ही लागू होंगी। गढ़ ब्रजघाट और पिलखुवा क्षेत्र के लिए भी बड़ी योजनाएं तैयार की जाएंगी, जिससे जिले के अन्य क्षेत्रों का भी विकास हो सके।