HPDA kharwala24 News Hapur : HPDA हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण की टीम ने हापुड़ और पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र में 55 हजार वर्ग मीटर भूमि पर की जा रही अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त कर दिया। प्राधिकरण की इस कार्रवाई से अवैध निर्माण करने वालों में अफरा तफरी मची हुई है।
क्या है मामला
जिलाधिकारी / हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण HPDA की उपाध्यक्ष प्रेरणा शर्मा द्वारा अवैध निर्माणों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही किये जाने के निर्देशों के क्रम में प्राधिकरण के सचिव प्रदीप कुमार सिंह के दिशा निर्देशन में प्रभारी अधीक्षण अभियंता/ सक्षम अधिकारी एचपीडीए के नेतृत्व में पुलिस बल के सहयोग से 6 प्रकरणो में ध्वस्तीकरण एवं 01 प्रकरण में सील की कार्यवाही की गयी है।
HPDA ने इन प्लाटिंग को किया गया ध्वस्त :
HPDA की इस कार्यवाही में गोपाल कुमार आर्य द्वारा ग्राम इमटौरी, चितौली रोड, निकट हापुड बाईपास रोड, ‘ग्रीनवेल्ट में लगभग 10000 वर्ग मीटर में की गयी अवैध प्लाटिंग, शाहिद आदि द्वारा सामियां गार्डन कालोनी के सामने बुलन्दशहर रोड, हापुड़ पर लगभग 6000 वर्ग मीटर में जा रही अवैध प्लाटिंग, पवन कुमार गोयल पुत्र श्री ओम प्रकाश द्वारा चितौली रोड पर ईंट भट्टे के पास पर लगभग 15000 वर्ग मीटर में की गई अवैध प्लाटिंग, विजय कुमार मित्तल द्वारा सामिया कालोनी के सामने बुलन्दशहर रोड पर लगभग 12000 वर्ग मीटर में की गई अवैध प्लाटिंग, मोहम्मद हाजी अय्यूब व शाहिद मंसूरी द्वारा चितौली रोड पर लगभग 4000 वर्ग मीटर में की गयी अवैध प्लाटिंग शहनवाज द्वारा चितौली रोड़ हापुड़ लगभग 8000 वर्ग मीटर में की गई प्लाटिंग को ध्वस्त किया।
6 दुकानों को किया गया सील
इसके अतिरिक्त HPDA की टीम ने किरनपाल व तेजपाल सिंह पुत्र स्व० हट्टी सिंह द्वारा ग्राम अब्दुल्लापुर बंसत फरीदपुर उर्फ गोयना हापुड़ पर अवैध रूप से बनायी जा रही 6 दुकानो को सील किया गया।
अभियान में यह रहे मौजूद :
इस अभियान में प्रभारी प्रवर्तन प्रवीण गुप्ता, अवर अभियन्ता पीयूष जैन व राकेश सिंह तोमर व HPDA प्राधिकरण का सचल दस्ता शामिल था।
सचिव ने दी चेतावनी :
हापुड पिलखुवा विकास प्राधिकरण HPDA के सचिव द्वारा अवैध निर्माणकर्ताओं को पुनः चेतावनी दी है कि वह अवैध कालोनी / विकास / निर्माण को तत्काल रोककर प्राधिकरण से मानचित्र स्वीकृत कराकर ही विकास / निर्माण करें, अन्यथा प्राधिकरण द्वारा ध्वस्तीकरण व सीलिंग की कार्यवाही करने के साथ-साथ ऐसे अवैध निर्माणकर्ताओं के विरूद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।