Khabarwala 24 News Hapur: HPDA हापुड़-पिलखुवा -विकास प्राधिकरण से स्वीकृत क्षेत्र में सस्ते भूखंड लेने के इच्छुक खरीदारों के लिए राहत भरी खबर है। हापुड़ तहसील क्षेत्र में निजी पूंजी निवेश के जरिए टाउनशिप विकसित की जाएंगी। 12.5 और 25 एकड़ भूमि में इस टाउनशिप का निर्माण होगा। इसके साथ ही गंगा एक्सप्रेस-वे के किनारे एक इंडस्ट्रीयल एरिया भी बनाया जाएगा। इससे उद्यमियों को काफी राहत मिलेगी। इसके लिए कई जगहों पर भूमि चिह्नित की गई हैं। जिनका सर्वे और सभी जरूरी दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी गई है।
नई योजनाओं पर खरीददारों की नजर (HPDA )
प्राधिकरण ने आनंद विहार और प्रतीप विहार में आवासीय भूखंड निकाले थे। वर्षों पहले यह कालोनियां बनी थीं। बड़ी संख्या में लोगों ने यहां रहना शुरू कर दिया है। यहीं कारण है कि सस्ते भूखंड खरीदने के इच्छुक खरीददार नई योजनाओं की ओर नजरें लगा हुए हैं। शासन ने अब निजी टाउनशिप विकसित करने के निर्देश दिए हैं। जिले में पहली बार किसी इतनी बड़ी भूमि पर निजी टाउनशिप विकसित की जाएगी। एेसे में लोगों को बड़े स्तर पर राहत मिलेगी।
महंगी योजनाओं से मिलेगा छुटकारा (HPDA )
यह टाउनशिप चार मार्गों पर बन सकती है। जिसके लिए जमीन के आवेदन निजी रूप से मिले हैं। अगर दिल्ली रोड पर नई टाउनशिप बनती है तो लोगों को बड़ा लाभ मिल सकता है। गाजियाबाद, दिल्ली और नोएडा की तरफ नौकरी व व्यापार करने वाले ज्यादा आकर्षित होंगे। इसके साथ ही आनंद विहार और प्रीत विहार जैसी महंगी योजनाओं से भी छुटकारा मिलेगा। जनपद के चारों ओर सड़कों का जाल होने का भी लाभ मिलेगा।
इंडस्ट्रीयल एरिया बनने से मिलेगी राहत (HPDA )
उधर, गंगा एक्सप्रेस-वे के किनारे इंडस्ट्रीयल एरिया बनाने की बात सामने आई है। गढ़ क्षेत्र में यूपीडा के औद्योगिक क्षेत्र के आसपास यह बनाया जा सकता है। इसके अलावा अन्य जमीन भी देखी गई हैं। इन सभी जमीनों का सर्वे कराया जा रहा है। जिले में प्राधिकरण का अपना कोई इंडस्ट्रीयल एरिया नहीं है। जिले के उद्यमी भी अच्छा इंडस्ट्रीयल एरिया बनाने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। धीरखेड़ा इंडस्ट्रीयल एरिया हापुड़ के करीब है, लेकिन मेरठ जनपद में लगता है। उद्यमी काफी समय से जनपद में इंडस्ट्रीयल एरिया बनाने की मांग कर रहे हैं, ताकि उद्योग लग सकें और लोगों को रोजगार मिल सकें।
क्या कहते हैं प्राधिकरण के अधिकारी
निजी टाउनशिप और इंडस्ट्रीयल एरिया की तैयारी की जा रही है। कई स्थानों पर भूमीि को देखा जा रहा है। भूमि की प्रक्रिया पूरा होते ही आगे की आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। प्रदीप कुमार सिंह, सचिव एचपीडीए