Khabarwala 24 News New Delhi : ICC Changes Rules पिछले दिनों सभी फॉर्मेट की प्लेइंग कंडीशन में कुछ बदलाव किए गये हैं। ये नई प्लेइंग कंडीशन नए साल यानी 2024 से लागू भी हो गई है। हालांकि आईसीसी ने अधिकारिक ऐलान नहीं किया है। इन प्लेइंग कंडीशन्स में कुछ ऐसे बदलाव भी किए गए हैं जिसको लेकर खिलाड़ी पिछले काफी समय से विरोध कर रहे थे। मतलब यह है कि भारत और साउथ अफ्रीका के बीच जारी केपटाउन टेस्ट और ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच जारी सिडनी टेस्ट इस प्लेइंग कंडीशन के हिसाब से ही खेले जा रहे हैं।
आइए जानते हैं नए नियमों के बारे में (ICC Changes Rules)
साइड-ऑन रिप्ले पर ध्यान देंगे (ICC Changes Rules)
सबसे पहले बात करते हैं स्टंपिंग को लेकर अंपायर रिव्यू की। पिछले साल भारत दौरे पर टेस्ट सीरीज खेलने आई ऑस्ट्रेलियाई टीम रिव्यू खत्म होने के बाद बार-बार स्टंपिंग कर रही थी, उनका मकसद अंपायर के कॉट-बिहाइंड के फैसले को रिव्यू करना था। कई क्रिकेट एक्सपर्ट ने आईसीसी के नियमों पर सवाल उठाए थे। दरअसल, जब थर्ड अंपायर के पास स्टंपिंग का फैसला जाता है तो वह स्टंपिंग के साथ कॉट-बिहाइंड भी चैक करता था। अब इन नियमों को बदल दिया गया है। अगर अब खिलाड़ी स्टंपिंग के लिए लेग अंपायर से अपील करते हैं तो थर्ड अंपायर साइड-ऑन रिप्ले पर ध्यान देंगे और सिर्फ स्टंपिंग पर ही फैसला सुनाएंगे। अगर टीम को इसके बाद कॉट-बिहाइंड को लेकर अपील करनी है तो उन्हें रिव्यू लेना होगा।
रिप्लेस खिलाड़ी से गेंदबाजी नहीं (ICC Changes Rules)
एक अन्य नियम परिवर्तन कनकशन रिप्लेसमेंट के बारे में है। अगर गेंदबाजी करते कोई खिलाड़ी कनकशन का शिकार हो जाता है तो रिप्लेस करने वाला खिलाड़ी गेंदबाजी नहीं करेगा।
फुट फॉल्ट नो बॉल का दायरा (ICC Changes Rules)
तीसरे अंपायर के पास फ्रंट फुट के अलावा सभी प्रकार की फुट फॉल्ट नो बॉल की स्वचालित रूप से जांच करने का व्यापक दायरा होगा।
इंजरी पर ट्रीटमेंट को 4 मिनट (ICC Changes Rules)
अगर कोई खिलाड़ी मैदान पर चोटिल होता है तो उसके ट्रीटमेंट के लिए 4 मिनट का समय मिलेगा। इतनी ही देर के लिए खेल को रोका जाएगा।