Khabarwala 24 News New Delhi : Increase Battery Life लिथियम आयन बैटरी के आने के बाद स्मार्टफोन की बैटरी में क्रांतिकारी बदलाव आए हैं। बैटरी का एक दूसरा फायदा भी है। इस बैटरी को स्मार्टफोन में यूज करने से फोन का वजन भी कम हुआ है, जिससे इसे कैरी करना काफी आसान हुआ है। दरअसल स्मार्टफोन की बैटरी को लंबी लाइफ देने के लिए काफी समय से पावरफुल बैटरी की खोज चल रही थी, जो लिथियम आयन बैटरी पर आकर खत्म हुई। अब बाजार में कई ऐसे फोन मौजूद हैं, जिनकी बैटरी 48 घंटे तक यूज की जा सकती है। जब लिथियम आयन बैटरी नहीं थी, तब स्मार्टफोन का वजन काफी ज्यादा हुआ करता था। इन सब बातों के बीच लिथियम आयन बैटरी के फटने की घटना यूजर्स को परेशान करती थीं, इसलिए हम आपके लिए इसे यूज करने की जानकारी लाए हैं, जिससे आपका स्मार्टफोन और बैटरी बिलकुल सुरक्षित रहे।
लिथियम ऑयन बैटरीज ही क्यों? (Increase Battery Life)
खूबियां बहुत (Increase Battery Life)
हमारे फोन, लैपटॉप, स्मार्टवॉच, कैमरा और अब तो इलेक्ट्रिक कारों और बाइकों सब में लिथियम ऑयन बैटरीज ही आने लगी हैं। इनकी एक खासियत तो यह होती है कि ये हल्की होती हैं और कम जगह में ज्यादा एनर्जी डेन्सिटी को स्टोर करके रख सकती हैं। सबसे बड़ी खासियत है कि इनको सैकड़ों बार रिचार्ज किया जा सकता है। लिथियम ऑयन बैटरी की यही खूबी इसे पसंदीदा बनाती है, लेकिन कुछ परिस्थितियों में ये खूबियां ही उसके फटने का कारण भी बन जाती हैं।
ओवरचार्जिंग (Increase Battery Life)
बैटरी फटने के सबसे प्रमुख कारणों में एक होता है ओवरचार्जिंग यानी जरूरत से ज्यादा बैटरी को चार्ज करना। ओवरचार्जिंग से ना सिर्फ बैटरी के ओवरहीट होने का खतरा होता है, बल्कि इससे फोन की बैटरी लाइफ भी कमजोर पड़ती है। मतलब, अगर आप अपने फोन को रात-रात भर चार्जिंग पर लगाकर रखते हैं तो फोन बैटरी फटने का हादसा भले ना हो, बैटरी जल्दी खराब होने की आशंका 100 फीसदी होगी।
लिमिट चार्जिंग (Increase Battery Life)
हालांकि आजकल बाजार में कई फोन ऐसे सर्किट्स के साथ आते हैं, जो फोन की बैटरी 80-85 फीसदी चार्ज होने के बाद चार्जिंग को धीमा कर देते हैं, जिससे फोन ओवरचार्ज नहीं होता। लेकिन अगर आप अपने फोन को किसी और चार्जर से चार्ज करते हैं तो उस हाल में ऐसे सर्किट्स काम नहीं करते और ओवरचार्जिंग हो जाती है। इसलिए हमेशा सलाह दी जाती है कि अपने चार्जर से ही फोन को चार्ज करें या फिर वोल्टेज का इनपुट-आउटपुट देखकर ही चार्जर इस्तेमाल करें।
शॉर्ट सर्किट (Increase Battery Life)
फोन में आग लगने का एक मुख्य कारण होता है इंटरनल शॉर्ट सर्किट होना। अब ये शॉर्ट सर्किट तब होता है, जब बैटरी के पॉजिटिव- निगेटिव इलेक्ट्रॉड्स का एक-दूसरे से संपर्क हो जाए। इससे गर्मी पैदा होती है और फोन में ब्लास्ट हो जाता है। कई मामलों में मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट भी होता है, इसलिए अगर आपके फोन के बैक पैनल पर कोई गहरा डेंट आया हो तो उसे सर्विस सेंटर में जरूर दिखाएं. हमेशा कंपनी के अथॉराइज्ड सर्विस सेंटर से ही बैटरी बदलवाएं।
एक्सटर्नल हीट (Increase Battery Life)
कई बार लोग फोन को धूप में घंटों इस्तेमाल करते हैं या फिर कार में फोन रखकर भूल जाते हैं। ऐसी परिस्थिति में फोन हद से ज्यादा गर्म हो जाता है। उदाहरण के तौर पर गर्मी के दिनों में धूप में खड़ी बंद कार के अंदर का तापमान 20 मिनट से भी कम समय में 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, जो गुजरते वक्त के साथ बढ़ता जाता है। इसी तरह चार्जिंग करते वक्त फोन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। खासतौर से गेमिंग जैसे टास्क तो चार्जिंग के साथ कभी नहीं करने चाहिए।
कम इस्तेमाल (Increase Battery Life)
गेमिंग के वक्त फोन का इंटरनल टेम्परेचर वैसे ही काफी गर्म हो जाता है और लिथियम-ऑयन बैटरीज भी चार्ज होते वक्त गर्म होती हैं। इस परिस्थिति में फोन बैटरी के इंटरनल टेम्परेचर के काफी ज्यादा हो जाने की संभावना होती है, जिससे इंटरनल शॉर्ट सर्किट और फिर बैटरी फटने जैसे हादसे हो सकते हैं। इसलिए फोन को हमेशा शांति से चार्ज होने दें और चार्जिंग के वक्त उसका कम से कम इस्तेमाल करें।