Independence Day Khabarwala 24 News New Delhi: भारत के 77 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने तमाम देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामना दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस कालखंड में जो हम कदम उठाएंगे, आने वाले एक हजार साल का देश का स्वर्णिम इतिहास उससे अंकुरित होने वाला है। पीएम मोदी ने इस दौरान लाल किले से एक मजबूत सरकार बनाने की भी अपील की।
पीएम मोदी ने देशवासियों को परिवारजनों कहकर किया संबोधित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विश्वभर में भारत की चेतना के प्रति, भारत के सामर्थ्य के प्रति एक नया आकर्षण, एक नया विश्वास पैदा हुआ है। ये प्रकाशपुंज भारत से उठा है, जो विश्व अपने लिए ज्योति के रूप में देख रहा है। पीएम मोदी ने देशवासियों को परिवारजनों कहकर संबोधित किया।
देश को आगे ले जाने है तो स्थिर सरकार चाहिए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मजबूत सरकार बनाने की बात पर जोर देते हुए कहा, 2014 में मेरे देशवासियों ने 30 साल के अनुभव के बाद तय किया कि अगर देश को आगे ले जाना है तो एक स्थिर सरकार चाहिए, मजबूत सरकार चाहिए, पूर्ण बहुमत वाली सरकार चाहिए। देशवासियों ने एक मजबूत और स्थिर सरकार बनाई। तीन दशकों से जो अनिश्चितता का कालखंड था, जो राजनीतिक मजबूरियों से देश जकड़ा हुआ था, उससे मुक्ति दिलाई। आज देश के पास ऐसी सरकार है जो देश के विकास के लिए काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि 2014 और 2019 में आपने एक मजबूत सरकार बनाई तो मोदी में रिफॉर्म करने की ताकत आई।
गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलना होगा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें याद है जब हमारे देश पर आक्रमण हुआ, लेकिन तब पता तक नहीं था कि एक घटना भारत को हजार साल की गुलामी में फंसा देगी… हम गुलामी में जकड़ते गए, जो आया लूटता गया। पीएम मोदी ने कहा कि गुलामी की मानसिकता से बाहर निकला हुआ देश एक नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है। मां भारती एक बार फिर जागृत हो चुकी है.
भारत की विविधता को दुनिया अचंभे से देख रही
पीएम मोदी ने कहा कि आज G-20 होस्ट करने का भारत को अवसर मिला है। पिछले एक साल से देश के हर कोने में जिस प्रकार से G-20 के अनेक आयोजन व कार्यक्रम हुए हैं, उसने देश के सामान्य मानवी के सामर्थ्य से दुनिया को परिचित करवा दिया है। भारत की विविधता को दुनिया अचंभे से देख रही है, जिस कारण भारत का आकर्षण बढ़ा है।
पीएम ने किया मणिपुर हिंसा का किया जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान मणिपुर हिंसा का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, पूर्वोत्तर में विशेषकर मणिपुर में, जो हिंसा का दौर चला, कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा, मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ, लेकिन कुछ दिनों से लगातार शांति की खबरें आ रही हैं। केंद्र और राज्य की सरकार मिलकर समस्याओं के समाधान के लिए भरपूर प्रयास कर रही है और करती रहेगी।
हजारों साल की गुलामी का भाषण में किया जिक्र
पीएम मोदी ने अपने भाषण में इतिहास की बात करते हुए 1000 साल की गुलामी का जिक्र किया और कहा, आज से हजार-बारह सौ साल पहले इस देश पर आक्रमण हुआ। एक छोटे से राज्य के छोटे से राजा की पराजय हुई। तब हमें पता भी नहीं था कि एक घटना भारत को हजार साल की गुलामी में फंसा देगी। हम गुलामी में जकड़ते गए। जो आया लूटता गया। जिसका मन आया हम पर सवार हो गया। कैसा विकृत काल रहा होगा? देशवासियों घटना छोटी क्यों न हो, लेकिन हजार साल तक प्रभाव छोड़कर रहेगी।
इस कालखंड में होने वाली घटनाएं एक हजार तक प्रभाव पैदा करने वाली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह बताया कि उन्होंने हजार साल के जिक्र की वजह बताई और कहा, हम सौभाग्यशाली हैं कि इस अमृतकाल में प्रवेश कर रहे हैं। इस कालखंड में हम जितना काम करेंगे, जो कदम उठाएंगे, जितना त्याग करेंगे, सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय जो फैसले लेंगे, आने वाले एक हजार साल का देश का स्वर्णिम इतिहास उससे अंकुरित होने वाला है। इस कालखंड में होने वाली घटनाएं एक हजार तक प्रभाव पैदा करने वाली हैं।