Khabarwala24NewsHapur: राष्ट्रीय अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्था आयोग (एनसीएमईआइ) के चेयरमैन जस्टिस नरेंद्र कुमार जैन ने कहा कि नई शिक्षा नीति से भारत विश्व गुरु बनने की तरफ अग्रसित होगा। केंद्र सरकार ने छह समुदायों मुस्लिम, ईसाई, सिख, जैन, बौद्ध और पारसी को धार्मिक अल्पसंख्यक घोषित किया हुआ है। ऐसे में समाज के लोगों को शिक्षा क्षेत्र में जागरूक होना चाहिए।
सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए जस्टिस नरेंद्र कुमार जैन ने कहा कि समाज का उत्थान केवल शिक्षा के जरिए ही हो सकता है। भारत ने शिक्षा के क्षेत्र में विश्व को दिया है। शून्य भारत की देन है। विश्व गुरु बनने के लिए हमें जाति-धर्म से उठकर एक भारतीय बनने की जरूरत है। राष्ट्र एकता पैदा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। केवल उन्हें प्लेटफार्म मिलने की जरूरत है। नई शिक्षा नीति इन प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने में सहायक साबित होगी।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में स्कूल, मेडिकल कालेज के साथ विश्वविद्यालय स्थापित करने चाहिए। केवल धर्म आधारित शिक्षा न देकर सभी विषयों पर बच्चों को जागरूक करना चाहिए, तभी समाज के बच्चे आगे बढ़ पाएंगे और भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर होगा। इस अवसर पर एसडीएम सुनीता सिंह भी मौजूद रही।