Khabarwala 24 News New Delhi: Indian Temple हिंदू धर्म में बिल्ली को अशुभ माना गया है। अगर हम कहीं जा रहे होते हैं, तभी सामने से बिल्ली आपका रास्ता काट दे तो अशुभ माना जाता है। हालांकि लोग बिल्ली के काटे रास्ते को पार नहीं करते, थोड़ी देर के लिए रुक भी जाते हैं।
लेकिन क्या आपने सुना है कि बिल्ली की पूजा की जाती है। वहीं कर्नाटक में एक ऐसा अनोखा मंदिर है, जहां बिल्ली की पूजा होती है। कहा जाता है कि इस मंदिर में पिछले एक हजार साल से बिल्ली की पूजी की जा रही है।
बिल्ली की इस गांव में की जाती है पूजा (Indian Temple)
बता दें कि यह मंदिर कर्नाटक के मांड्या जिले के बेक्कालेले गांव में स्थित है। इस गांव का नाम कन्नड़ के बेक्कू शब्द पर पड़ा है, जिसका अर्थ बिल्ली होता है। इस गांव के लोग बिल्ली को देवी का स्वरूप मानते हैं और पूजा करते हैं। यहां के लोग बिल्ली को मनगम्मा देवी का अवतार मानते हैं।
बिल्ली की क्यों की जाती है पूजा (Indian Temple)
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देवी मनगम्मा ने बिल्ली का रूप धारण किया था और बुरी शक्ति से गांव के लोगों की रक्षा की थी। इसलिए गांव वाले बिल्ली को देवी के स्वरूप मानकर पूजा करते हैं। ये मान्यता आपके लिए अजीब होगी, लेकिन यहां के लोगों के लिए आस्था का भाव है और सकारात्मक नजरिए से देखते हैं।
बिल्ली की गांव के लोग करते हैं रक्षा (Indian Temple)
जानकारी के मुताबिक, कर्नाटक के इस गांव के लोग बिल्ली की हमेशा रक्षा करने में विश्वास रखते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस गांव में अगर कोई बिल्ली को नुकसान पहुंचाता है तो उसे गांव से बाहर कर दिया जाता है। इसके साथ ही बिल्ली के मरने के बाद उसे पूरे विधि-विधान के साथ दफनाया जाता है। इस गांव में हर साल देवी मनगम्मा का धूमधाम से त्योहार मनाया जाता है। ऐसा देश के सिर्फ इसी हिस्से में होता है।