Khabarawala24News: एलायंस क्लब हापुड़ गौरव द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। अध्यक्षता अनीता गुप्ता ने की तथा मंच संचालन डा आराधना बाजपेई ने किया।
आज की नारी अबला नहीं
अध्यक्ष अनीता गुप्ता ने कहा इतिहास नारियों के बलिदान से भरा पड़ा है। आज की नारी अबला नहीं है पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करते हुए नए आयामों को स्थापित कर रही है। डा आराधना बाजपेई ने कहा कि इतिहास गवाह है गार्गी,मैत्रेयी ,सुगंधा ने अपनी विद्वता से संपूर्ण जगत में उदाहरण प्रस्तुत किया था। पन्नाधाय और झलकारी बाई का बलिदान समय कभी भुला नहीं सकता।ये हमारी आदर्श हैं।
नारी के बिना पुरुष अधूरा है
सचिव सुनीता शर्मा ने कहा नारी के बिना पुरुष अधूरा है। बचपन में मां एक शिशु की परवरिश करती है।बड़े होने पर बहिन की भूमिका और फिर शादी होने के बाद जब पत्नी घर आती है तो भी पुरुष पूरी तरह से नारी के सहयोग की ही आकांक्षा करता है। मधु गर्ग ने कहा कि लक्ष्मीबाई केवल 23वर्ष की थी उस वक्त वह बलिदान देकर इतिहास में नाम अंकित कर गई थी। डा सीमा सिंह ने कहा कल्पना चावला की अंतरिक्ष उड़ान हमे हौसला,संबल एवं शक्ति प्रदान करती है। अर्चना कंसल ने कहा संसार के प्रत्येक क्षेत्र में नारियों का योगदान अद्भुत एवं अमूल्य है। रेखा सिंह ने कहा नारियों ने अपने कार्यों एवं प्रतिभा से नारियों ने विश्व में परचम फहराया है।
शिक्षित नारी शिक्षित परिवार को जन्म देती है।
आशा भटनागर ने कहा आज नारी राजनीति,साहित्य,आदि विभिन्न क्षेत्रों में आयाम गढ़ रही है। संतोष शर्मा ने कहा यदि नारी शिक्षित होगी तो देश शिक्षित होगा, दीपाली मित्तल ने कहा कि शिक्षित नारी शिक्षित परिवार को जन्म देती है। शिखा ने कहा आज की नारी चार दिवारी में कैद नहीं है। बीना वर्मा ने कहा नारी लक्ष्मी है,सरस्वती है,तो कभी दुर्गा का भी रूप है, शालू गोयल ने कहा कि जीवन की दौड़ में नारी पुरुष के समकक्ष ही नहीं बल्कि उनसे बेहतर है ।