Khabarwala24 News New Delhi IPS DEEPAK Ratan: उत्तर प्रदेश (UP) कैडर के सीनियर IPS अधिकारी IPS DEEPAK Ratan दीपक रतन की दिल्ली (DELHI) में हार्ट अटैक से मौत हो गई है। दीपक रतन का असामयिक निधन से पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई। दीपक रतन 1997 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। वह आईएएस कामिनी रतन चौहान (Kamini ratan chauhan) के पति भी थे।
मूल रूप से मध्य प्रदेश के भोपाल के रहने वाले थे
आईपीएस दीपक रतन मूल रूप से मध्य प्रदेश के भोपाल के रहने वाले थे। यूपी में लंबे समय तक कई जिलों में बतौर एसएसपी तैनात रहे थे। गाजियाबाद में भी उनका SSP के पद पर शानदार कार्यकाल रहा। अलीगढ़ रेंज में आईजी IG के पद पर तैनाती के बाद वो केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में आए थे। पहले जम्मू काश्मीर में तैनात रहे, उसके बाद वह दिल्ली आ गए थे।
With profound sorrow we inform about the shocking demise of Sri Deepak Ratan, an illustrious officer of UP cadre of 1997 batch.
Presently he was on deputation as IG @crpfindia in New Delhi. Our heartfelt condolences to the bereaved family members & friends.
Rest in peace pic.twitter.com/Hf71rRXTRA— UP POLICE (@Uppolice) May 15, 2023
आईपीएस दीपक रतन की हार्ट अटैक से मौत पर यूपी पुलिस ने ट्वीट करते हुए दुख जताया है। यूपी पुलिस ने ट्वीट किया, “अत्यंत दु:ख के साथ हम 1997 बैच के यूपी कैडर के एक प्रसिद्ध अधिकारी दीपक रतन के निधन के बारे में सूचित करते हैं। वर्तमान में वह दिल्ली में सीआरपीएफ में आईजी के पद पर प्रतिनियुक्ति पर थे। शोक संतप्त परिवार के सदस्यों और दोस्तों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना. आत्मा को शांति मिले.”
दीपक रतन को मिल चुके थे कई सम्मान
आपको बता दें कि दीपक रतन का जन्म 26 सितंबर 1973 को हुआ था। इंजीनियर के बाद उनका आईपीएस के लिए चयन हुआ था। अगस्त, 2020 में अलीगढ़ रेंज के आईजी पद पर तैनाती के दौरान उनको केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर सीआरपीएफ भेजा गया था। उनको राष्ट्रपति के वीरता पदक, डीजीपी की गोल्ड कमेंडेशन डिस्क समेत कई सम्मान भी मिले थे। दीपक रतन की पत्नी कामिनी रतन चौहान मेरठ और बागपत समेत कई ज़िलों डीएम रही हैं।
तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी के तौर पर पहचान थी
दीपक रतन की एक तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी के तौर पर पहचान थी। गाजियाबाद में एसएसपी के पद पर रहते ही उन्होंने कई बड़े मामलों का पर्दाफाश कराया था। बड़े मामलों में वह टीम को खुद लीड करते थे। उनके व्यवहार की सभी कोई प्रशंसा करते थे। उनके निधन अचानक सूचना मिलने पर शोक की लहर दौड़ गई।