Khabarwala 24 News New Delhi: Jamsavli Mandir श्रीराम भक्त हनुमान को कलयुग का देवता भी कहा गया है। हनुमान जी के बारे में यह कहा भी कहा जाता है कि वह कलयुग में भी जीवित हैं। मान्यता है कि हनुमान जी अपने भक्तों से बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों के सभी संकट दूर कर देते हैं। इसलिए हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है। भारत में एक ऐसा भी हनुमान जी का मंदिर है जहां लोग अपने रोगों से मुक्ति पाने के लिए जाते हैं।
हनुमान जी का कहां हैं यह मंदिर? (Jamsavli Mandir)
हनुमान जी का यह मंदिर मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में स्थित है जिसका नाम जामसांवली मंदिर है। यह मंदिर लगभग 100 साल पुराना यह मंदिर लगभग 22 एकड़ भूमि पर बना है। इस मंदिर में रोजाना बहुत से भक्त हनुमान जी के दर्शन के लिए आते हैं। लेकिन मंगलवार और शनिवार के दिन भक्तों की संख्या और बढ़ जाती है।
हनुमान जी विश्राम की अवस्था में (Jamsavli Mandir)
इस मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति एक विशाल पीपल के पेड़ के नीचे विश्राम अवस्था में है। मान्यता है कि जब रावण के खिलाफ युद्ध में लक्ष्मण घायल हो गए थे और हनुमान जी को संजीवनी बूटी लेने के लिए भेजा गया था तब लौटते समय हनुमान जी ने यहां विश्राम किया था। सोते हुए हनुमान जी की मूर्ति की लंबाई 18 फीट है और उनके सिर पर चांदी का मुकुट है।
नाभि से जल निकलता है (Jamsavli Mandir)
इस मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति की नाभि से लगातार जल की धारा बहती हैं। इस धारा कहां से आती है यह किसी को भी नहीं पता है। यहां आने वाले भक्त इस जल को प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं।
रोगों से मुक्ति मिलती है (Jamsavli Mandir)
मान्यता है कि हनुमान जी की मूर्ति की नाभि से जो जल बहता है वह बहुत चमत्कारी है। इस जल में त्वचा और मानसिक रोगों को ठीक करने की चमत्कारी शक्ति है। इस मंदिर में आने वाले बीमार लोग तब तक मंदिर परिसर में ही रहते हैं जब तक वे ठीक नहीं हो जाते। यह चमत्कार ही है कि इन लोगों को कोई दवा या अन्य चिकित्सा सहायता नहीं दी जाती। उन्हें केवल हनुमान बाबा के शरीर का पानी दिया जाता है।