Janmashtami Khabarwala24 News Hapur : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बुधवार और बृहस्पतिवार को मनाया जा रहा है। इस पर्व पर बुधवार को दिन निकलते ही मंदिरों और घरों में पूजा-अर्चना का क्रम शुरू हो गया था। लोगों ने अपने आराध्य भगवान श्रीकृष्ण के लिए शुद्ध पकवान और मिष्ठान तैयार किए। इस पर्व के लिए जिलेभर के मंदिरों को विशेष रुप से सजाया गया था।
रक्षाबंधन पर्व के सात दिनों बाद श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। हिन्दू पुराणों में मान्यता है कि गोकुल में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होने के बाद वासुदेव भगवान को नंदगांव छोड़कर आते हैं। जिसके बाद पूरे नंदगांव में खुशियां ही खुशियां मनाई जाती है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बुधवार को भी मनाया गया। हालांकि बृहस्पतिवार को भी यह पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इसके लिए घरों में लोगों ने भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए सभी तैयारियों को अंतिम रुप देने का काम शुरू कर दिया है। घरों में विराजमान लड्डू गोपाल के लिए सुदंर-सुंदर पोशाक, झूले, बंदरवार, श्रृंगार आदि की व्यवस्था श्रद्धालुओं ने पूरी कर ली है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के लिए शहर के मंदिरों को आकर्षक लाइटों और फूलों से सजाया गया है। मंदिरों पर सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस बल भी तैनात किया गया है। महिला श्रद्धालुओं से छेड़छाड़ आदि रोकने के लिए सादे कपड़ों में महिला पुलिसकर्मियों को भी मुस्तैद किया गया है। देर रात तक मंदिरों में पूजा-अर्चना का दौर चलता रहा और भारी संख्या में लोगों ने मंदिरों पर लगे मेले का आंनद लिया। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की बधाई देने वालों के संदेश प्रसारित हो रहे थे।