J&K Khabarwala 24 News New Delhi : जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में सेना और पुलिस के तीन अफसरों और एक जवान के हत्यारे आतंकियों का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। बताया गया कि सुरक्षाबलों ने पहाड़ी की आड़ में पनाह लिए आतंकियों की घेराबंदी कर रखी है। इन आतंकियों की संख्या 2 से 3 बताई जा रही है।पैरा कमांडो को भी तैनात किया गया है। दोनों ओर से फायरिंग भी हो रही है।
आपको बता दें कि , मंगलवार को सुरक्षाबलों को अनंतनाग के कोकरनाग में कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। मंगलवार को रात होने की वजह से इसे रोक दिया गया। सुरक्षाबलों ने बुधवार को फिर से आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। जैसे ही सुरक्षाबल के अधिकारी उस जगह पर पहुंचे, जहां आतंकी छिपे हुए थे, तो आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। इस दौरान सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष और जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट को गोली लग गई. आनन-फानन में घायल अफसरों हेलिकॉप्टर से एयरलिफ्ट किया गया, लेकिन इन अधिकारियों को बचाया नहीं जा सका। बुधवार को जख्मी हुए एक जवान ने भी गुरुवार को दम तोड़ दिया।
बताया गया कि आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा की शाखा टीआरएफ ने इस आतंकी वारदात की जिम्मेदारी ली है। बताया जा रहा है कि इस हमले में 10 लाख के इनामी आतंकी उजैर का हाथ है। सुरक्षाबलों ने उजैर समेत 2-3 आतंकियों को घेर रखा है। बड़ी संख्या में स्पेशल फोर्स की टीमों को तैनात किया गया है। सुरक्षाबलों ने उस इलाके को चारों ओर से घेर रखा है, जहां आतंकी छिपे हैं। बताया जा रहा है कि, अप्रैल में जिस आतंकी मॉड्यूल ने सेना के 5 जवानों पर पुंछ में हमला किया था, उसी माड्यूल ने अनंतनाग हमले को अंजाम दिया है। लश्कर और जैश के आतंकियों को मिलाकर बना ये नया आतंकी माड्यूल 6 महीने से घाटी में एक्टिव है।