Khabarwala 24 News New Delhi: Job Alert यूपी पुलिस में सिपाही बनने का सपना देखने वाले युवाओं के लिए यह सफर आसान नहीं होता। लिखित परीक्षा पास करने के बाद भी नौकरी पक्की नहीं होती। सिपाही बनने के लिए कई कड़ी प्रक्रियाओं और कड़ी ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है।
लिखित परीक्षा के बाद की चुनौती (Job Alert )
उत्तर प्रदेश पुलिस की सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा का परिणाम जारी हो चुका है। लेकिन यह केवल पहला कदम है। अब चुने गए उम्मीदवारों को शारीरिक दक्षता परीक्षा, मापदंड और फिटनेस टेस्ट जैसे कई चरणों से गुजरना होगा। इन सब के बाद उनका सफर ट्रेनिंग सेंटर पर शुरू होगा, जहां उन्हें सिपाही बनने के लिए तैयार किया जाएगा।
यूपी के प्रमुख ट्रेनिंग सेंटर (Job Alert )
यूपी पुलिस के जवानों को ट्रेनिंग देने के लिए प्रदेश में नौ मुख्य प्रशिक्षण संस्थान हैं। मुरादाबाद की डॉ. भीमराव अंबेडकर उत्तर प्रदेश पुलिस अकादमी एकमात्र ऐसी जगह है जहां से दरोगा से लेकर आईपीएस अधिकारी तक ट्रेनिंग लेते हैं। इसके अलावा, पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज मुरादाबाद और सीतापुर, आर्म्ड ट्रेनिंग सेंटर सीतापुर, गोरखपुर, उन्नाव और मेरठ के अलावा चुनार स्थित रिक्रूट ट्रेनिंग सेंटर भी शामिल हैं।
कैसे होती है सिपाही की बेसिक ट्रेनिंग? (Job Alert)
रिक्रूट सिपाहियों को पुलिस ट्रेनिंग स्कूलों में बुनियादी ट्रेनिंग दी जाती है। प्रदेश में कुल ३३ जिला ट्रेनिंग केंद्र हैं, जहां फिजिकल फिटनेस, मानसिक तैयारी, हथियारों की ट्रेनिंग और मॉक ड्रिल जैसी विभिन्न प्रक्रियाओं से गुजरना होता है।
लंबी और कठिन ट्रेनिंग का सफर (Job Alert)
नियुक्ति पत्र मिलने के बाद भी सिपाही बनने का सफर आसान नहीं होता। करीब ९ से १२ महीने की कठिन ट्रेनिंग के बाद ही सिपाही मैदान में उतरते हैं। इस दौरान उन्हें शारीरिक, मानसिक और फील्ड ट्रेनिंग के साथ-साथ परिस्थितियों को संभालने की खास रणनीतियां सिखाई जाती हैं। सरकारी नौकरी का सपना देख रहे युवाओं के लिए यूपी पुलिस में सिपाही बनने का सफर चुनौतीपूर्ण जरूर है, लेकिन यह अनुभव उन्हें कर्तव्यनिष्ठ और सशक्त बनाता है। यही ट्रेनिंग उन्हें प्रदेश की कानून व्यवस्था संभालने का हकदार बनाती है।