Khabarwala 24 News Hapur :(साहिल अंसारी) justice for maumita कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ हुई घटना के विरोध में शनिवार को भारतीय चिकित्सा संघ के आह्वान पर निजी अस्पतालों की ओपीडी बंद रही। रेलवे पार्क पर चिकित्सक एकत्रित हुए और उन्होंने काली पट्टी बांधकर पैदल मार्च निकाला। पैदल मार्च रेलवे रोड, अतरपुरा चौपला, खुर्जा पेंच होते हुए नगर पालिका में स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर एकत्रित हुए। चिकित्सकों ने सरकार से सुरक्षा प्रदान कराने की मांग की है। साथ ही कोलकाता में चिकित्सक के साथ घटना को अंजाम देने वालों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की है।
हापुड़ : कोलकाता में हुए रेप-मर्डर का मामला, रेलवे पार्क से शुरू हुआ डॉक्टर्स का पैदल मार्च, काफी संख्या में एकत्र हुए जनपद के चिकित्सक#justiceformaumita #JusticeForDoctor #KolkataDoctorCase #KolkataDoctorDeath pic.twitter.com/RSbPitITjM
— khabarwala24 (@khabarwala24) August 17, 2024
क्या है मामला (justice for maumita)
चिकित्सक समुदाय के खिलाफ हिंसा की घटनाएं निरंतर बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में घटित कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कालेज कोलकाता अस्पताल परिसर में छात्रा की नृशंस हत्या से समस्त चिकित्सक जगत स्तब्ध हैं। चिकित्सा जगत इस अनमोल बेटी की मौत पर शोक व्यक्त करता है और उन स्थितियों की निंदा करता है जिनके कारण यह अपराध संभव हुआ। डाक्टर यदि अपने अस्पताल परिसर में भी सुरक्षित नहीं है तो कहां सुरक्षित होगा। डाक्टरों के लिए नीरस कामकाजी स्थितियां, काम का अमानवीय बोझ और उस पर हिंसा की स्थितियां बर्दाश्त से बाहर हैं। समय आ गया है जब चिकित्सक समुदाय को क्लिनिक से बाहर निकल कर सड़कों पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। डाक्टरों और उनके कार्यस्थल की हिफाजत के लिए सख्त कानून लाए जाने की आवश्यकता है। जिन्हें जिन्दगी बचाने का काम सौंपा गया है,उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए डरने की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए।
शहर में निकाला गया पैदल मार्च (justice for maumita)
देश में बिगड़ती कानून व्यवस्था, जघन्य अपराधों में वृद्धि एवं महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों के खिलाफ एकजुटता का परिचय देते हुए भारतीय चिकित्सा संघ के आह्वान पर हापुड़ के समस्त डाक्टर, मेडिकल कालेजों के छात्र, बालिका विद्यालयों के शिक्षक, फार्मेसी संचालक एवं हापुड़ की विभिन्न बुद्धिजीवी संस्थाओं के पदाधिकारियों द्वारा विरोध-स्वरूप अपनी बाजू पर काली पट्टी बांध कर शहर में पैदल मार्च निकाला। पैदल मार्च रेलवे पार्क से शुरू हुआ। जो रेलवे रोड, अतरपुरा चौपला, खुर्जा पेंच होते हुए टाउन हाल स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर समाप्त हुआ ।
चिकित्सकों ने प्रकट किया रोष (justice for maumita)
पैदल मार्च के समापन पर विभिन्न वक्ताओं द्वारा देश में बिगड़ती वर्तमान कानून-व्यवस्था पर रोष प्रकट किया तथा स्थानीय प्रशासन के माध्यम से सरकार को इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए सक्षम कानून लाने की मांग की। साथ ही कोलकाता में इस घटना को अंजाम देने वालों को भी फांसी की सजा दिलाने की मांग की गई।
पूरी दिन बंद रही अस्पतालों की ओपीडी (justice for maumita)
भारतीय चिकित्सा संघ के आह्वान पर पैदल मार्च बुलाने के कारण निजी अस्पतालों की ओपीडी पूरे दिन बंद रही। जिस कारण मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अधिकांश अस्पतालों में सिर्फ आपताकालीन सेवाएं ही जारी रही। जिस कारण मरीजों को सरकारी अस्पतालों का रूख करना पड़ा।
यह चिकित्सक रहे मौजूद (justice for maumita)
पैदल मार्च में आईएमए के अध्यक्ष डाक्टर नरेन्द्र मोहन सिंह, सचिव डाक्टर विमलेश शर्मा, डाक्टर आनन्द प्रकाश, डाक्टर योगेश गोयल, डाक्टर मनोज जैन, डेंटल सर्जन डाक्टर एसपी सिंह, डाक्टर राहुल, डाक्टर पराग शर्मा, डाक्टर गौरव मित्तल, डाक्टर श्याम कुमार, डाक्टर गोविंद सिंह, डाक्टर नरेंद्र केन, डाक्टर सोमती केन, डाक्टर शिवकुमार, डाक्टर आदित्य, डाक्टर रुपाली शर्मा, डाक्टर मधुबाला, डाक्टर उमा शर्मा, डाक्टर नीता शर्मा, डाक्टर रेनू बंसल, डाक्टर अंशिका अग्रवाल, शिक्षा भारती की संचालिका स्वाती गर्ग, ब्रह्मा देवी बीएड कॉलेज की छात्राएं, पूनम अग्रवाल, आशा सोमानी, अर्चना कंसल, अराधना बाजपेयी, दिनेश त्यागी, विकास अग्रवाल, संजय त्यागी आदि मौजूद रहे।